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'कैप्टन अमरिंदर का बचाव करना मेरी गलती थी', कांग्रेस की बैठक में बोलीं सोनिया गांधी

पांच राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग हुई थी. इसमें सोनिया गांधी ने माना कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का बचाव करना उनकी गलती थी.

कैप्टन अमरिंदर सिंह और सोनिया गांधी कैप्टन अमरिंदर सिंह और सोनिया गांधी
सुप्रिया भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 14 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 4:10 PM IST
  • पंजाब चुनाव में कांग्रेस सिर्फ 18 सीटों पर सिमटी
  • चुनाव से ठीक पहले अमरिंदर सिंह ने बनाई थी नई पार्टी

पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस की हार के बाद सोनिया गांधी का बड़ा बयान सामने आया है. सोनिया गांधी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का बचाव करना उनकी गलती थी. बता दें कि अमरिंदर सिंह ने चुनाव से ठीक पहले पंजाब सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस पार्टी भी छोड़ दी थी. इसके बाद उन्होंने नई पार्टी (पंजाब लोक कांग्रेस) बनाई और बीजेपी संग गठबंधन करके पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 लड़ा, हालांकि, पार्टी कोई कमाल नहीं कर सकी.

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कांग्रेस की CWC मीटिंग में रविवार को बात उठी थी कि अगर कैप्टन को पद से हटाया जाना था तो पहले हटाना था. इसपर सोनिया गांधी ने कहा कि मैं कैप्टन साहब को बचाती रही, यह मेरी गलती थी.

अमरिंदर सिंह ने गांधी परिवार पर साधा निशाना

दूसरी तरफ अमरिंदर सिंह ने गांधी परिवार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पांच राज्यों में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी सिर्फ गांधी परिवार की है. अमरिंदर सिंह ने कहा कि अस्थाई सिद्धू और भ्रष्ट चन्नी का सपोर्ट लेकर कांग्रेस ने खुद की कब्र खोद ली. अमरिंदर सिंह ने गांधी परिवार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ पंजाब में नहीं बल्कि यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी हारी है. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि लोगों का गांधी परिवार के नेतृत्व पर से भरोसा उठ गया है.

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सोनिया ने कहा था- किसी भी तरह के त्याग को तैयार हैं

बता दें कि चुनावी नतीजों के बाद रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग हुई थी. इसमें सोनिया गांधी ने कहा था कि कुछ लोगों को लगता है कि गांधी परिवार की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है. अगर आप लोगों को ऐसा लगता है तो हम किसी भी प्रकार का त्याग करने के लिए तैयार हैं.

यह भी पढ़ें - Punjab Election Result: कांग्रेस में बढ़ी अंदरूनी कलह, सुनील जाखड़ बोले- चरणजीत सिंह चन्नी पार्टी पर बोझ

सोनिया ने कहा था कि उनका पहला मकसद कांग्रेस तो मजबूत करना है. इसके लिए चाहे किसी भी तरह का त्याग करना पड़े. अब कांग्रेस अप्रैल में चिंतन शिविर का आयोजन करेगी. तबतक सोनिया गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष बनी रहेंगी.

हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने सोनिया गांधी का सपोर्ट किया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि उन सब ने सोनिया गाँधी को बताया है कि पार्टी की 5 राज्यों में हुई हार के लिए यह अकेली जिम्मेदार नहीं हैं. राज्यों के नेता और सांसद की पूरी जिम्मेदारी है.

 

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