
पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार शाम एक बड़ा रेल हादसा हो गया, जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई. असल में, जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार से आई और बड़ी तादाद में लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए गुजर गई. ट्रेन को वहां से गुजरने में महज 10 से 15 सेकेंड लगे, ट्रेन के गुजरते ही पटरी के दोनों तरफ क्षत-विक्षत शव दूर-दूर तक बिखर गए और घायलों की चीख-पुकार मच गई.
यह हादसा अमृतसर के चौड़ा बाजार के समीप हुआ है. उस समय लोग पटरी के पास रावण दहन देख रहे थे. रावण दहन के दौरान पटाखों और आग की लपटों की वजह से लोग पीछे हटे, और कुछ लोग पहले से ही पटरी पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. इसी दौरान तेज गति से आती हुई ट्रेन लोगों को रौंदते हुए निकल गई.
यह हादसा अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास हुआ है. घटनास्थल की हृदयविदारक तस्वीरें देखी नहीं जा सकती हैं. ट्रैक के आसपास खून से लथपथ लाशें बिखरी पड़ी हुई हैं. घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीद बता रहे हैं कि ट्रेन की स्पीड बहुत ज्यादा थी, जबकि भीड़भाड़ की स्थिति को देखते हुए इसकी रफ्तार कम होनी चाहिए. इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी दिखी.
बड़े अपडेट्स
> कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पीड़ितों का हाल जानने गुरु नानक देव अस्पताल पहुंच गए हैं. सिद्धू ने घटना से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया.
> घटनास्थल पर ही रामलीला का मंचन भी हुआ था और इस रामलीला में रावण की भूमिका निभाने वाले दलबीर की भी इस रेल हादसे में मौत हो गई है.
> मौके पर पहुंचे अकाली दल नेता और पूर्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि सिद्धू और उनकी पत्नी इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं.
> मनोज सिन्हा ने कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. सूचना पाते ही हमारी राहत टीम यहां पहुंच गई थी. पूरा रेलवे प्रशासन घायलों को बेहतर से बेहतर इलाज देने में जुटा हुआ है. इसके अलावा भारत सरकार की टीमें भी इसमें लगी हुई हैं.'
> उन्होंने कहा, 'यह विषय राजनीति का नहीं है, मृतकों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, जनरल मैनेजर नॉर्दन रेलवे समेत कई बड़े अधिकारी मौके पर हैं. हमारे पास मौजूद संसाधनों को यहां लगाया गया है.'
> ये पूछे जाने पर कि रेलवे इस घटना पर क्या कदम उठाएगा, इसके जवाब में सिन्हा ने कहा कि यह घटना रेलवे की गलती से नहीं घटी. ट्रैक के बगल में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया गया और रेलवे को किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई. अगर सूचना रहती तो हम पहले से इससे संबंधित निर्देश जारी करते.
> सिन्हा ने आगे कहा कि ड्राइवर को पहले से जो भी निर्देश दिए जाते हैं, जहां स्पीड रेस्ट्रिक्शन रहते हैं, वहां वो गति को धीमा करता है. मेरी पहली प्राथमिकता ये है कि हम मृतकों के परिवारों और घायलों के लिए बेहतर इंतजाम कर सकें.
> इस हादसे के बाद शुक्रवार देर रात केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा घटनास्थल पर पहुंचे. वो फिलहाल घटनास्थल का जायजा ले रहे हैं और लोगों से बात कर रहे हैं.
-रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, इस नंबर पर संपर्क कर घायलों की स्थिति के बारे में जाना जा सकता है. नंबर है- 0183- 2223171, 0183 2564485.
-भारतीय रेलवे की एडीजी पीआर ने कहा कि यह दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. इस हादसे की चपेट में कितने लोग आए हैं, अभी इसकी ठीक ठीक जानकारी नहीं मिल पाई है. राहत-बचाव वाली ट्रेन मौके पर पहुंच चुकी है. रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं.
-यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि अमृतसर ट्रेन हादसे में मारे गये लोगों के प्रति गहरा दुख है. घायलों को तत्काल उच्चतम स्तर का उपचार उपलब्ध कराना सरकार की नैतिक ज़िम्मेदारी है. ये दुर्घटना रेलवे-प्रशासन की बदइंतज़ामी और लापरवाही का दर्दनाक परिणाम है.
-नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने घटना के वक्त वहां मौजूद होने और वहां से भागने के आरोप पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि वह मौके से भागी नहीं.
-रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि अमृतसर में हुआ ट्रेन हादसा दुखी और हैरान करने वाला है. इस घटना में पीड़ित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. कामना करता हूं कि घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हों. रेलवे फौरन राहत और बचाव कार्य में जुट गया है.
-अमृतसर के पुलिस आयुक्त एसएस श्रीवास्तव ने बताया कि घटना में मरने वालों की अभी सही-सही संख्या पता नहीं चल पाई है. लेकिन इसमें 50-60 से ज्यादा लोग मरे हैं.
-कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब में ट्रेन एक्सीडेंट में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हैरान करने वाला है. मैं राज्य सरकार और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि वे फौरन घटनास्थल पर मदद मुहैया कराएं. जिन लोगों ने इस दुर्घटना में अपने परिजनों को गंवाया है उनके प्रति मैं अपनी संवेदना जाहिर करता हूं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, अमृतसर में हुई रेल दुर्घटना को लेकर बहुत दुखी हूं. यह घटना हृदयविदारक है. मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है, और प्रार्थना कर रहा हूं कि जो लोग इसमें घायल हुए हैं , वे जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाएं. मैंने अधिकारियों को सभी आवश्यक सहायता मुहैया कराने को कहा है.
-केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस ट्रेन हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पंजाब में दशहरा त्योहार के दौरान हुए ट्रेन हादसे में लोगों की बहुमूल्य जानें चली गई हैं. मृतकों के परिजनों के साथ पूरी सहानुभूति प्रकट करता हूं औऱ घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
-पंजाब के मुख्यमंत्री ने राज्य के गृह सचिव, स्वास्थ्य सचिव और एडीजीपी कानून व्यवस्था को फौरन अमृतसर पहुंचने को कहा है. राजस्व मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य चलाने का आदेश दिया गया है.
-एक चश्मदीद ने बताया कि प्रशासन और दशहरा कमेटी की गलती से यह घटना हुई है. उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि कार्यक्रम के दौरान यहां पर ट्रेन की स्पीड धीमी रखी जाए लेकिन ऐसा नहीं किया जा सका.
-पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घटना को लेकर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को घायलों के इलाज के लिए खुला रखने को कहा गया है. जिला प्रशासन को उचित कदम उठाने को कहा गया है. मुख्यमंत्री मौके का जायजा लेने के लिए अमृतसर जा रहे हैं. उन्होंने मृतकों को परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा राशि देने की घोषणा की है. साथ ही घायलों के मुफ्त इलाज का ऐलान भी किया है.
बहरहाल, घटनास्थल के पास काफी लोग एकत्रित हो गए हैं और स्वजनों की तलाश कर रहे हैं. मौके पर चारों तरफ लोगों के रोने-बिलखने की तस्वीरें देखी जा सकती हैं. यह सब कुछ इतना विचलित करने वाला है कि इसकी तस्वीरें दिखाई नहीं जा सकती है. मौके पर बचाव दल पहुंच गया है. बड़े पैमाने पर पुलिस बल को भी तैनात किया गया है.
घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.एक चश्मदीद का कहना है कि ट्रैक के पास का नजारा 1947 में देश के विभाजन के समय हुए दंगों जैसा हो गया है, जहां लाशें क्षत-विक्षत स्थिति में पड़ी हुईं हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के अनुसार एक रेल अधिकारी का कहना है कि अमृतसर के निकट रावण दहन देखने के लिए रेल पटरी पर खड़े बहुत से लोगों के ऊपर से ट्रेन गुजरी है.
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, "इससे पहले हमने ऐसा मंजर देखा है कि जब किसी का हाथ इधर तो किसी का पैर उधर. आज भी कुछ ऐसा ही मंजर था. नवजोत सिंह सिद्धू यहां से विधायक हैं. उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू मंच पर मौजूद थी, लेकिन घटना के बाद वह कार लेकर वहां से चली गईं. हमें मदद की जरूरत थी लेकिन वह मदद की जगह मौके से भाग गईं ."