
अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत लौटे 104 भारतीयों का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. इस बीच सवाल इन्हें डंकी रूट से भेजने वाले एजेंटों पर कार्रवाई को लेकर भी उठ रहे हैं. इस बीच भारतीय नागरिकों के निर्वासन से उत्पन्न अवैध मानव तस्करी/अवैध प्रवासन से निपटने और जांच करने के लिए पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है.
इसकी घोषणा करते हुए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) NRI मामले प्रवीण सिन्हा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है. एसआईटी के सदस्यों में एडीजीपी आंतरिक सुरक्षा शिव कुमार वर्मा, आईजीपी प्रोविजनिंग डॉ. एस भूपति और डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह शामिल हैं. एसआईटी इन अवैध गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने और यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी कि वे अपने कार्यों के लिए जवाबदेह हों, इसके अलावा अवैध गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों की पहचान भी की जाएगी.
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि तथ्य-खोजी समिति/विशेष जांच दल को कानून और तथ्यों के अनुसार उचित कार्रवाई करने और अवैध गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने और अवैध प्रवास/मानव तस्करी में लिप्त पाए जाने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. समिति को जांच में किसी अन्य पुलिस अधिकारी को शामिल करने का अधिकार दिया गया है. वे संबंधित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस आयुक्तों के साथ समन्वय बनाए रखेंगे, जिन्हें समिति को सभी आवश्यक सहायता और बुनियादी ढांचागत सुविधाएं प्रदान करने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने कहा कि इस सहयोगात्मक प्रयास का उद्देश्य अवैध प्रवास की व्यापक और प्रभावी जांच सुनिश्चित करना है. एसआईटी को तथ्यों को उजागर करने, जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और अवैध प्रवास से निपटने के उपायों की सिफारिश करने के लिए जांच करने का काम सौंपा गया है.