कोरोना ने लोगों के दिल और दिमाग पर भी गहरा असर डाला है. राजस्थान के भीलवाड़ा से एक दर्दनाक घटना घटी है. जहां पर एक दो माह की बच्ची की तबियत अचानक बिगड़ गई. बच्ची को निमोनिया हो गया था पर उसके परिजन बच्ची को अस्पताल नहीं लेकर गए और अंधविश्वास के चलते गर्म सलाखों को पेट पर तीन जगह दाग दिया.
बच्ची के पेट पर जब गर्म सलाखों से गहरे जख्म बन गए और उसकी तबियत ज्यादा खराब होने लगी फिर बच्ची के माता-पिता उसे अस्पलात लेकर गए. लेकिन इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया.
बाल कल्याण समिति राजसमंद के अध्यक्ष कमल पालीवाल की रिपोर्ट पर राजसमंद जिले कि रेलमगरा थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है. बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है. बताया जा रहा है कि पिछले एक माह में इस तरह का यह दूसरा मामला है.
राजस्थान के भीलवाड़ा में बीमारी दूर करने के नाम पर बच्चों के पेट में गर्म सलाखे दागना कोई नई बात नहीं है. यहां पर अक्सर ऐस मामले सामने आते रहे हैं. लोग तांत्रिक की बातों में आकर अंधविश्वासी बन जाते हैं और मासूमों पर जुल्म करते हैं.
प्रशासन की तरफ से लोगों को लगातार जागरूक किया जाता रहा है. इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा कई तांत्रिकों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है, बावजूद इसके ऐसे में लगातार जारी है. जिसकी वजह से कई मौतें भी हुई हैं.