
राजस्थान के अलवर में हुए पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस मामले में जिस तरह से जांच हुई, उससे पुलिस प्रशासन की बदनामी हुई है. सीएम गहलोत ने कहा है कि इस केस में एसआईटी का गठन कर दिया गया है, जल्द ही सच सामने आ जाएगा.
बीते दिनों पहलू खान की मॉब लिंचिंग मामले में एसआईटी ने जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी थी. रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए थे. एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में पाया था कि जिन सबूतों की कमी के आधार पर आरोपी बरी हो गए थे वे सबूत जांच के दौरान सही-सलामत अवस्था में थे और पुलिस के पास मौजूद थे. मगर जांच अधिकारी और मुकदमे की पैरवी करने वालों ने अधिकारियों ने जान-बूझकर उसे छुपा दिया.
इसके अलावा एसआईटी ने जांच में अनियमितता और लापरवाही होने की बात भी कुबूल की थी. एसआईटी ने तमाम वीडियो सबूतों के आधार पर पहलू खान के पीटने वालों की पहचान की थी. कहा जा रहा है कि यह मामला पूरी तरह से अंजाम तक पहुंचने वाला था मगर जांच के दौरान इतनी लापरवाही बरती गई है कि सभी आरोपी छूट गए हैं.
पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में 14 अगस्त को एडीजे कोर्ट ने सभी 6 आरोपियों को बरी कर दिया था. 2017 के इस मामले में भीड़ ने गो-तस्करी के शक में पहलू खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.