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अजमेर दरगाह के दीवान बोले- पाकिस्तान की आतंकी हरकतों का समर्थन करता है चीन

दरगाह दीवान ने कहा कि आज तक पाकिस्तान, लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे संगठनों को पहुंचने वाली फंडिंग पर नकेल नहीं कस पाया है. इसलिए एफएटीएफ ने फैसला किया कि पाकिस्तान को ग्रे सूची में ही रखा जाएगा, जो कि बिल्कुल सही निर्णय है.

अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान (Photo Courtesy : Chandra Shekhar Sharma) अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान (Photo Courtesy : Chandra Shekhar Sharma)
देव अंकुर
  • जयपुर,
  • 27 जून 2020,
  • अपडेटेड 7:30 PM IST

  • लादेन को शहीद बताने पर पाकिस्तान पर भड़के अजमेर दरगाह के दिवान
  • आतंकवाद पाकिस्तान की स्टेट पॉलिसी का हिस्सा: सैयद जैनुल आबेदीन

सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के वंशज एवं वंशानुगत सज्जादानशीन और अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने एक बयान जारी कर कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान की संसद में पाक प्रधानमंत्री का ओसामा बिन लादेन जैसे ग्लोबल आतंकी को शहीद कहकर बुलाना इस बात को सिद्ध करता है कि आतंकवाद पाकिस्तान की स्टेट पॉलिसी का हिस्सा है.

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शनिवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि पाक की संसद में प्रधानमंत्री इमरान खान का एक आतंकी को शहीद कहकर संबोधित करना इस बात दलील है कि आतंकवाद पाकिस्तान की स्टेट पॉलिसी का हिस्सा है.

लादेन को शहीद बताने वाले इमरान खान ने ISI की मदद से कब्जाई सत्ताः नाबिल

उन्होंने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान की निंदा करते हुए कहा कि बड़े शर्म बात है, ''गुरुवार को इमरान खान ने पाकिस्तानी संसद में कहा कि अमेरिकी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर लादेन को 'शहीद' कर दिया.'' पाक पीएम का यह बयान आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान के रवैये को साफ जाहिर कर रहा है और चीन जैसे देश आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान जैसे देश को हथियार और आर्थिक मदद देते हैं.

कई आतंकी आजाद घूम रहे, दुनिया के लिए बड़ा खतरा

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दरगाह दीवान ने कहा कि आज तक पाकिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को पहुंचने वाली फंडिंग पर नकेल नहीं कस पाया है. इसलिए फाइनेंशल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने बुधवार को फैसला किया कि पाकिस्तान को ग्रे सूची में ही रखा जाएगा, जो कि बिल्कुल सही निर्णय है, क्योंकि बार -बार भारत को निशाना बना रहे आतंकी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों की गतिविधियों को पाकिस्तान ने अपनी जमीन से करने दिया है. पाकिस्तान में जैश के संस्थापक मसूद अजहर और 2008 के मुंबई धमाकों के 'प्रॉजेक्ट मैनेजर' साजिद मीर जैसे कई आतंकी आजाद घूम रहे हैं जो भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा है.

आतंकी संगठन चीन के विरूद्ध कार्रवाई नहीं करता

दरगाह दीवान ने कहा कि पाकिस्तान की आतंकी हरकतों को चीन हमेशा से समर्थन करता है और यही करण है कि इस्लाम के नाम का सहारा लेने वाले आतंकी संगठन चीन के विरुद्ध कभी भी कोई कार्रवाई नहीं करते, जबकि हकीकत यह है कि आज दुनिया में सबसे ज्यादा मुसलमानों पर और उनके अधिकारों पर कुठाराघात कोई देश कर रहा है, तो वो चीन है. आज चीन में रह रहे मुसलमानों को तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसके लिए भारत को भी मुस्लिम देशों के साथ मिलकर आवाज उठाने की जरूरत है.

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एशिया में आंतकवाद की जड़ों को चीन मजबूत कर रहा

धर्म गुरु दरगाह दीवान ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के सर्वोच्च पद पर बैठे लोगों ने ऐसा विवादित बयान दिया है. ओसामा जैसे कई खतरनाक आतंकियों को लेकर पाकिस्तान का रुख हमेशा नरम रहा है. उन्होंने कई मौकों पर ग्लोबल आतंकियों को आतंकी मानने से इनकार किया है. वह तालिबानी लड़ाकों को भी 'भाई' तक बता चुके हैं. दुनिया की सभी महाशक्तियां इस बात को समझे की एशिया में आतंक की जड़े कहा है और उन जड़ों को चीन जैसे देश मजबूत कर रहा है. सबको मिलकर आतंक की उस जड़ का और उस जड़ को मजबूत करने वाले का खात्मा करने की जरूरत है.

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