
यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम बापू ने एक बार फिर जमानत अर्जी लगाई है. राजस्थान हाई कोर्ट के सामने दाखिल अपनी जमानत याचिका में आसाराम बापू ने कहा कि वह कोरोना पॉजिटिव है और हरिद्वार में आयुर्वेदिक उपचार के लिए जाना चाहता है, इसलिए उसे जमानत दी जाए.
पिछले बुधवार को आसाराम बापू की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. उसके बाद सांस फूलने की शिकायत हुई. फिर आसाराम को जोधपुर सेंट्रल जेल से एमजी अस्पताल और बाद में शुक्रवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) -जोधपुर एडमिट किया गया. कोर्ट के आदेश पर एम्स ने आसाराम की मेडिकल रिपोर्ट पेश की.
अब आसाराम बापू की जमानत अर्जी पर 13 मई को सुनवाई होगी. आसाराम के वकील प्रदीप चौधरी ने कहा कि अदालत ने सोमवार को सजा को निलंबित करने और अंतरिम जमानत के लिए एक आवेदन पर सुनवाई की. उन्होंने कहा कि आवेदन कुछ समय पहले उच्च न्यायालय में गया था.
प्रदीप चौधरी ने अदालत को बताया कि आसाराम कई बीमारियों से पीड़ित है और हाल ही में वह कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. वकील ने कहा कि उन्हें बीमारी के इलाज के लिए एम्स-जोधपुर में भर्ती कराया गया है, वह कई बीमारियों से पीड़ित हैं और हरिद्वार (उत्तराखंड में) में आयुर्वेदिक उपचार लेने में रुचि रखते हैं.
आसाराम को 2018 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. एक अदालत ने 2013 में उन्हें अपने आश्रम की लड़की से बलात्कार का दोषी पाया था. लड़की नाबालिग थी. किशोरी ने अपनी शिकायत में कहा था कि आसाराम ने उसे जोधपुर के पास मणाई इलाके में अपने आश्रम में बुलाया था और 15 अगस्त 2013 की रात उसके साथ बलात्कार किया.