
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना अब तक राजस्थान में लागू नहीं थी. वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को राजस्थान में लागू नहीं किया था. अब इस योजना के प्रदेश में लागू होने का रास्ता साफ हो गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे नाम बदलकर प्रदेश में लागू करने का ऐलान किया है.
सीएम गहलोत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन 30 जनवरी से इस योजना को प्रदेश में लागू करने का फैसला लिया है. राजस्थान में यह योजना आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के नाम से लागू होगी. प्रदेश के 1 करोड़ 10 लाख परिवार इस योजना के दायरे में आएंगे. साथ ही इस योजना के पैकेज में राजस्थान सरकार ने एक और बदलाव किया है.
राजस्थान सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत कोरोना वायरस के उपचार और हीमोडायलिसिस को भी शामिल करने का निर्णय लिया है. सरकार ने इसके लिए वित्त विभाग के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है. बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस का उपचार और हीमोडायलिसिस को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाए जाने से प्रदेश सरकार पर 41 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा.
गौरतलब है कि वसुंधरा राजे की सरकार ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना को प्रदेश में लागू करने से साफ मना कर दिया था. वसुंधरा ने भामा शाह स्वास्थ्य बीमा योजना का हवाला देते हुए कहा था कि यह योजना अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा देती है. आयुष्मान भारत योजना लागू करने से बहुत से लोग इसके दायरे से बाहर आ जाएंगे. हालांकि, सत्ता परिवर्तन के बाद अशोक गहलोत की सरकार ने वसुंधरा की महत्वाकांक्षी योजना को बंद कर आयुष्मान भारत योजना लागू करने का निर्णय किया.
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