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हाफिज सईद की राह पर मसूद अजहर, समाजसेवा के नाम पर शिफ्ट कर रहा आतंकी कैंप

अजहर भारत के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए अल रशीद ट्रस्ट के अखबार जब्रे-मोमीन का उपयोग कर रहा है. साथ ही सादी नाम से उसके लिखे नफरत के लेख भी बॉर्डर इलाके में बांटे जा रहे हैं.

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शरत कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 6:32 PM IST

भारतीय खुफिया एजेंसियों की मानें तो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की सरपरस्ती में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप राजस्थान-गुजरात की सीमा पर शिफ्ट हो रहे हैं. इसके लिए पाकिस्तानी सरकार समाजसेवा की आड़ में इजाजत दे रही है. लश्कर चीफ हाफिज सईद की राह पर जैश का सरगना अजहर मसूद भी समाजसेवा की आड़ में आतंक की दुकानें खोलनी शुरू कर दी हैं.

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खूफिया सूत्रों के अनुसार बड़े पैमाने पर आतंक का आका अजहर मसूद ने राजस्थान-गुजरात से लगती सीमा के करीब अपने गुरु मोहम्मद रशीद के अल-रशीद ट्रस्ट और अपने भाई अल्ला बख्श के ट्रस्ट अल-रहमत ट्रस्ट के नाम पर समाजिक कार्यों के नाम पर कैंप शुरू किए हैं. अल रशीद ट्रस्ट के अंतरराष्ट्रीय अकाउंट पर पिछले कुछ दिनों से रोक है, इसलिए अल-रहमत ट्रस्ट के नाम पर पैसे इकट्ठाकर इन इलाकों में मस्जिदें और मदरसे बनवाए जा रहे हैं. बहावलपुर में इसका उस्मानो अली सेनेट्री इसका हेडक्वार्टर है.

मस्जिद-मदरसे बना रहा मसूद
अजहर भारत के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए अल रशीद ट्रस्ट के अखबार जब्रे-मोमीन का उपयोग कर रहा है. साथ ही सादी नाम से उसके लिखे नफरत के लेख भी बॉर्डर इलाके में बांटे जा रहे हैं. बड़ी बात है कि पाकिस्तान सरकार ने अजहर मसूद को इन ट्रस्टों को काम करने की इजाजत दी है. इलाके में लोगों के दिल जीतने के लिए ये सामाजिक कार्य कर रहे हैं. अजहर मसूद इन सारे इलाकों में मस्जिदें और मदरसे बना रहा है.

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मसूद के नए ठिकाने खोजने की वजह
1. दरअसल इन इलाकों में गरीबी बहुत है और लोग कम पढ़े भी हैं. मुंबई हमले में शामिल आतंकी अजमल कसाब का गांव भी बीकानेर से 30 किमी की दूरी पर पाकिस्तान के बहावलपुर में था.

2. अगर भारत सर्जिकल स्ट्राइक करता है तो इन इलाकों के मदरसे और मस्जिदें काम आएंगी.

3. जम्मू-कश्मीर में सख्ती की वजह से इन इलाकों में घुसपैठ की जा सकती है.

4. पाकिस्तान का सबसे लंबा बॉर्डर 1025 किमी का इसी इलाके में है. साथ हीं जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर बहावलपुर बीकानेर-श्रीगंगानगर सीमा से महज 70 किमी ही दूर है.

5. भारत के सबसे बड़े एम्युनेशन डिपो, एयरफोर्स के कई एयरफोर्स स्टेशन और हवाई अड्डे इन्हीं इलाकों में है.

6. भाषा और रहन-सहन के स्तर पर सीमा पार के दोनों तरफ के लोगों में बेहद समानता है.

घुसपैठ की आशंका बढ़ी
राजस्थान फ्रंटियर के बीएसएफ के आईजी बीआर मेघवाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सख्ती के बाद आतंकियों के राजस्थान सीमा की तरफ से घुसपैठ की आशंका काफी बढ़ गई है और सीमा पार काफी हलचल होने की सूचना मिल रही है. ये आतंकी हैं या पाक रेंजर ये तो नहीं कहा जा सकता है, लेकिन इस हलचल को देखते हुए हम पूरी सावधानी बरत रहे हैं.

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भारत भी हुआ सावधान
केंद्र से आई खबर के बाद से राजस्थान सरकार पूरी तरह से सजग हो गई है. गृह मंत्रालय के इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के बाद पूरी तरह से बॉर्डर इलाके में मोर्चाबंदी की जा रही है. बॉर्डर इलाके में पुलिस को अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया जा रहा है. साथ ही जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर और श्रीगंगानगर के थानों पर और छतों पर बंकर बनाए जा रहे हैं. पुलिस थानों को जिम्मेदारी दी गई है कि बॉर्डर इलाके में आर्मी और पुलिस के सभी रिटायर्ड लोगों की लिस्ट तैयार की जाए. पुलिस और प्रशासान गांवों में कैंप लगाकर लोगों को पाकिस्तानियों के धोखेबाजी के बारे में सावधान रहने के तरीके सिखाए जा रहे हैं. पुलिस और प्रशासन बार्डर इलाके के गांवों में कैंप लगाकर लोगों को पाकिस्तान की चालों से सावधान कर रहा है.

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