
राजस्थान के अजमेर में भारतीय जनता पार्टी मीडिया कार्यालय के बाहर ब्राह्मण समाज के लोगों के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी का रेल टिकट और पानी की बोतल, बिस्कुट रखने के मामले में भारतीय जनता पार्टी की शिकायत के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी कैलाश जिंदल ने बताया कि गुरुवार दोपहर कुछ युवको द्वारा भाजपा कार्यालय के बाहर हंगामा किया गया था. इस मामले में भाजपा पार्टी की ओर से जिला पुलिस अधीक्षक और जिला निर्वाचन आयोग शिकायत दी गई थी.
शहर में भीख मांग कर उनका विरोध करेंगे
वहीं, इस मामले की जानकारी के बाद ब्राह्मण समाज सहित कांग्रेस कार्यकर्ता भी थाने पहुंचे. कार्रवाई की निंदा की गिरफ्तार हुए विवेक पाराशर ने कहा कि यह गिरफ्तारी लोकतंत्र की आवाज दबाने वाली है. लेकिन ब्राह्मण समाज ऐसी गिरफ्तारी ओं से डरने वाला नहीं है. आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी अगर मंत्री देवनानी को टिकट देती है तो ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि शहर में भीख मांग कर उनका विरोध करेंगे.दरअसल, राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी अपने नाम के आगे प्रोफेसर लगाते हैं और अपना पूरा नाम प्रोफेसर वासुदेव देवनानी लिखते हैं. इसे लेकर एक आरटीआई लगाई गई थी इसमें पता चला कि वासुदेव देवनानी न कभी पेशे से प्रोफेसर रहे हैं न ही इनके पास इस तरह की उपाधि है.
ब्राह्मणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ
जब इस मामले पर बवाल बढ़ा तो वासुदेव देवनानी ने कहा कि सारे ब्राह्मण नाम के आगे पंडित लगाते हैं, उनके पास कौन सी डिग्री होती है. इसे लेकर राजस्थान भर के ब्राह्मणों ने तब आंदोलन किया था और वासुदेव देवनानी के बयान को ब्राह्मण विरोधी बताया था. हालांकि बाद में वासुदेव देवनानी ने ब्राह्मणों की नाराजगी कम करने के लिए स्कूलों में परशुराम जयंती की छुट्टी की भी घोषणा कर दी थी, लेकिन ब्राह्मणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ. वासुदेव देवनानी अजमेर उत्तर विधानसभा में पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं तब एक बार फिर से ब्राह्मण उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वासुदेव देवनानी उदयपुर के रहने वाले हैं लेकिन उन्होंने अपना चुनाव क्षेत्र अजमेर को बनाया है.कांग्रेस और ब्राह्मण महासभा के कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक रूप से उदयपुर का ट्रेन टिकट कटा कर पानी की बोतल और बिस्किट के डिब्बे के साथ बीजेपी के मीडिया सेंटर के बाहर चस्पा कर दिया था जिसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए बीजेपी ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी. बीजेपी का कहना है कि इस तरह की हरकत कभी भी राजस्थान में नहीं हुई है कि एक-दूसरे पार्टी के कार्यालय के बाहर जाकर कुछ टांग दिया जाए जाए.