
भारतीय जनता पार्टी (BJP) में वसुंधरा राजे समर्थकों की मुहिम को लेकर पार्टी अब सख्त हो गई है. समर्थक लगातार वसुंधरा ही बीजेपी और बीजेपी ही वसुंधरा के बयानों के बाद प्रदेश के पार्टी प्रभारी महासचिव अरुण सिंह ने बीजेपी के नेताओं के साथ बैठक की और चेतावनी दी कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बाद में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपने ऊपर हो रहे हमले को लेकर कहा कि शिशुपाल की 99 गालियां तो भगवान श्रीकृष्ण ने भी माफ की थी मगर 100वीं गाली पर क्या हुआ था आप सब लोग जानते ही हो. उन्होंने कहा कि मुझे यह कहने की आवश्यकता नहीं है. जो लोग लगातार बयानबाजी कर रहे हैं वो पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं और पार्टी सब देख रही है. वक्त आने पर कठोर फैसले लिए जाएंगे.
वसुंधरा समर्थकों के साथ अरुण सिंह की बैठक
सतीश पुनिया ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम लिए बिना कहा कि बीजेपी में न कोई बड़ा नेता है न कोई छोटा नेता. यहां सब बराबर हैं. पार्टी के 59 लाख कार्यकर्ता बराबर हैं.
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गौरतलब है कि वसुंधरा समर्थकों ने कहा था कि सतीश पूनिया उनके बराबर के नेता नहीं हैं और वसुंधरा राजे के आगे उनका कोई कदम नहीं है. वसुंधरा समर्थकों ने यहां तक कहा था कि बीजेपी राजस्थान में फेल हो चुकी है और वसुंधरा के आने पर ही पार्टी सत्ता में आ सकती है.
बताया जा रहा है कि मीटिंग खत्म करने के बाद रात में अरुण सिंह ने वसुंधरा समर्थक विधायकों को भी अपने पास बुलाया और समझाया कि पार्टी लाइन से हटकर काम किए तो अगले चुनाव में मुश्किल हो जाएगी.