Advertisement

धर्मसंसद में उठी मांग, 'पूरे देश में मीटबंदी करे मोदी सरकार'

यूपी के योगी सरकार का इफेक्ट राजस्थान में भी देखा जा रहा है. जयपुर में आज संपूर्ण मीटबंदी के लिए धर्मसंसद का आयोजन किया गया. जयपुर के करीब 15 बड़े मंदिरों के महामंडलेश्वर और माहाचार्यों ने धर्मसंसद का आयोजन किया.

पुजारी प्रमुखों के इस बैठक पुजारी प्रमुखों के इस बैठक
शरत कुमार
  • राजस्थान,
  • 30 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 12:00 AM IST

यूपी के योगी सरकार का इफेक्ट राजस्थान में भी देखा जा रहा है. जयपुर में आज संपूर्ण मीटबंदी के लिए धर्मसंसद का आयोजन किया गया. जयपुर के करीब 15 बड़े मंदिरों के महामंडलेश्वर और माहाचार्यों ने धर्मसंसद का आयोजन किया.

मंदिर में निर्णय मांस-मदिरा पर लगेगी पाबंदी
जयपुर के बड़ी चौपड़ की प्राचीन मंदिर में हुई इस पुजारी प्रमुखों के इस बैठक में फैसला लिया गया कि छोटी काशी के नाम से जाने जाने वाली जयपुर में पहले तो अवैध बूचड़खाने और मीट-मछली की दुकानें बंद हो और इसके बाद मांस-मदिरा पर संपूर्ण पाबंदी लगे. इस धर्म संसद में जयपुर के सबसे बड़े मंदिर गोविंद जी के महंत और गलता पीठ के अवधेशाचार्य समेत कई महामण्डलेश्वरों ने हिस्सा लिया. यहां पर प्रस्ताव पारित किया गया कि मूक पशुओं का वध वर्जीत करने वाले और देवालयों को संरक्षण देने वाले सरकार का धर्म संसद समर्थन करेगी. ये किसी भी राजनीतिक दल के साथ नही रहेगी बल्कि मांस-मदिरा पर पाबंदी लगाने वाले का समर्थन करेगी.

Advertisement

दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री भी करें पहल
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा गया कि जब एक प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी बूचड़खाने और मीट की अवैध दुकानों के खिलाफ अभियान चला सकते हैं तो देश के प्रधानमंत्री और दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री इस तरह के फैसले क्यों नही ले सकते हैं. धर्म संसद ने राममंदिर जल्द बनाने के लिए सरकार से जल्दी पहल करने के लिए कहा. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान का भी समर्थन किया जिसमें उन्होने कहा था कि सूर्यनमस्कार और नमाज में कोई फर्क नही है. यहां पर मुस्लिम समाज से भी योग को अपनाने के लिए अनुरोध किया गया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement