Advertisement

सुरक्षा के साए में अंबेडकर की प्रतिमा, कहीं कमांडो की निगाह तो कहीं पिंजड़े में कैद

पिछले एक सप्ताह से दर्जनों पुलिसकर्मी और राजस्थान पुलिस के 11 कमांडो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की इस प्रतिमा की सुरक्षा में लगे हैं.

अंबेडकर की प्रतिमा की सुरक्षा में लगे कंमाडो अंबेडकर की प्रतिमा की सुरक्षा में लगे कंमाडो
सना जैदी/शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 13 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 6:53 PM IST

देशभर में अंबेडकर जयंती मनाने की तैयारी चल रही है. प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सब बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के राष्ट्रनिर्माण में योगदान के गुणगान गाए जा रहे हैं, लेकिन उसी अंबेडकर की प्रतिमा देश में खतरे में है.

जयपुर हो या राजस्थान के दूसरे शहर हर जगह अंबेडकर की मूर्ति 24 घंटे संगीनों के साए में महफूज रखी जा रही है. जिसने संविधान दिया आज उसकी मूर्ति अपने ही देश में सुरक्षा के लायक बन गई है.

Advertisement

राजस्थान की राजधानी जयपुर के मशहूर अंबेडकर चौराहे पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की सबसे बड़ी मूर्ति लगी हुई है. जहां अंबेडकर के जयंती समारोह की तैयारी चल रही है, लेकिन साथ में हथियारबंद पुलिस फोर्स तैनात है. पिछले एक सप्ताह से दर्जनों पुलिसकर्मी और राजस्थान पुलिस के 11 कमांडो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की इस प्रतिमा की सुरक्षा में लगे हैं. राजस्थान सरकार ने कमांडोज की क्विक रिस्पांस टीम को बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति की सुरक्षा में लगा रखा है. खुले आसमान के नीचे शिफ्ट के हिसाब से सुरक्षाकर्मी इस मूर्ति की हिफाजत में लगे रहते हैं.

सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि बाबा साहब की मूर्ति की हिफाजत के लिए 24 घंटे चौकन्ना रहना पड़ता है. कमांडो का कहना है कि शिफ्ट के लिहाज से इसलिए तैनाती होती है जिससे कोई भी असमाजिक तत्व बाबा साहब की प्रतिमा को मुकसान नहीं पहुंचाए.

Advertisement

दरअसल, 2 अप्रैल को दलित आंदोलन के बाद राजस्थान में कई जगह बाबा साहब की प्रतिमा से छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आई हैं. जिसके बाद राजस्थान सरकार ने हर प्रतिमा की सुरक्षा में पुलिस फोर्स तैनात कर दिए हैं. सरकार को लगता है कि अगर प्रतिमा से छेड़छाड़ हुई समाज में तनाव बढ़ सकता है. अंबेडकरवादी कहते हैं कि दलितों के आगे बढ़ने से कुछ लोग जल रहे हैं और उसी का परिणाम है कि बाबा साहब की प्रतिमा से छेड़छाड़ कर रहे हैं.

अंबेडकर की प्रतिमा को पिंजड़े में किया गया कैद

उधर यूपी के बदायूं शहर के बीचों बीच एक चौराहे के निकट लगी डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को लोहे की सलाखों में बंद कर ताला लगा दिया गया है. डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को लोहे के मजबूत जाल में बंद करने की यह घटना सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित गद्दी चौक की है. यहां लगी प्रतिमा को न सिर्फ लोहे के जाल में बंद कर दिया गया बल्कि पुलिस की ओर से ड्यूटी भी लगी हुई है. तीन होमगार्ड प्रतिमा की 24 घंटे सुरक्षा करते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement