
राजस्थान के अलवर जिले के सरिस्का बाघ अभ्यारण के पृथ्वीपुरा-बालेटा गांव के जंगल के पहाड़ों में बीती रात आग लग गई. कुछ ही वक्त में आग देखते ही देखते कई किलोमीटर क्षेत्र में फैल गई. आग लगने की जानकारी मिलते ही सिविल डिफेंस की फायर ब्रिगेड टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से 8 घंटे की मशक्कत के बाद इस पर काबू पा लिया. रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने आग बुझाई और सोमवार दोपहर शाम को एक बार फिर से पहाड़ों की शिखर पर आग लग गई.
24 घंटों में छोटी सी आग ने कई किलोमीटर तक पहाड़ों को अपनी आगोश में ले लिया. यह आग इतनी भयावह है कि इसके पृथ्वीपुरा, बालेटा, भाट्याला गांव, नया गांव और प्रतापपूरा गांव तक में फैलने का खतरा बढ़ गया है.
सेना के हेलिकॉप्टर्स बुझाएंगे आग
सरिस्का में भीषण आग को बुझाने के लिए सेना के 2 हेलिकॉप्टर आएंगे. ये हेलिकॉप्टर 9 बजे पहुंचेंगे. ये सिलिसेड झील से पानी एयरलिफ्ट करेंगे और सरिस्का के आग प्रभावित इलाको में ऊपर से पानी डालकर बुझाएंगे. गांव के लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है.
गांवों की ओर भाग रहे जानवर
सरिस्का के पहाड़ों में धधकी आग की वजह से जानवर भी परेशान हो गए हैं और गांवों की ओर भाग रहे हैं. जानवरों के गांवों की ओर रूख करने के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है. पुलिस की टीम गांवों में जानवरों के आने की घोषणा करते हुए लोगों को घरों में रहने की सलाह दे रही है.
सरिस्का के वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक आर एन मीणा ने कहा कि अकबरपुर रेंज में पृथ्वीपुरा बालेटा के नाका के आसपास के सूखी घास और पौधों में अज्ञात कारणों से आग लगने के कारण कई किलोमीटर इलाके में आग लग चुकी है. इस दुर्घटना के कारण वन्यजीवों के आवासों को भी क्षति हुई है.
वन्य जीव गांवों और शहरों की ओर भाग रहे हैं. आग और धुएं के कारण मधुमक्खियां इधर-उधर उड़ रही हैं और अधिकारियों पर हमला कर रही हैं. मधुमक्खियों के हमलों के कारण अधिकारियों को जंगल की आग बुझाने में परेशानी आ रही है. उन्होंने बताया कि जंगल की आग बुझाने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग गई है.
इनपुट- राजेंद्र शर्मा