
राजस्थान में सियासी उठापटक तेज हो गयी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट आमने-सामने आ गए हैं. आरोप यह भी लगाए जा रहे हैं कि राजस्थान में गहलोत सरकार को अस्थिर करने की साजिश चल रही है. इस बीच, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि राजस्थान में सांसदों और विधायकों के फोन टैप हो रहे हैं जो निजता के अधिकार का उल्लंघन है. बेनीवाल ने फोन टैपिंग का आरोप पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) पर मढ़ा है.
बता दें, हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए/राजग) का घटक दल है. बेनीवाल ने आरोप लगाया है कि पिछले महीने जब राज्यसभा के चुनाव हो रहे थे, उस वक्त मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरएलपी के तीन विधायकों को तोड़ने की कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हो सका. नागौर के सांसद बेनीवाल ने कहा, "राज्य सरकार के इशारे पर एसओजी सांसदों और विधायकों के फोन टैप कर रहा है."
दूसरी ओर, कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी राजस्थान की गहलोत सरकार को गिराने की कोशिश में लगी है. कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि दिल्ली में बैठे बीजेपी के नेता राजस्थान सरकार को अस्थिर करने में लगे हैं. इस पूरे घटनाक्रम में एसओजी की सक्रियता बढ़ गई है. एसओजी ने प्रदेश में बीजेपी के दो नेताओं को गिरफ्तार भी किया है जिन पर कांग्रेस नेताओं को प्रलोभन देने का आरोप है. इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि उन्होंने सरकार गिराने की साजिश का पर्दाफाश किया है. इस बाबत एफआईआर भी दर्ज की गई है.