
हिजाब से जुड़ी आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर करने के मामले में राजस्थान पुलिस के 2 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. सस्पेंड होने वाले पुलिसकर्मी ASI सतवीर सिंह और कांस्टेबल रमेश जयपुर में तैनात थे. दोनों पर ही Hijab से जुड़ी पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर करने का आरोप है. पुलिस और प्रशासन का कहना है कि इस तरह के मामलों में जीरो टॉलरेंस अपनाते हुए तत्काल कार्रवाई की जाएगी.
इधर, प्रशासन जयपुर के चाकसू के कस्तूरी देवी स्कूल में हिजाब को लेकर उठे विवाद को सुलझाने का दावा कर रहा है. प्रशासन के मुताबिक स्कूल और मुस्लिम छात्राओं के परिजनों के बीच समझौते हो गया है. इसमें तय किया गया है कि स्कूल के गेट तक लड़कियां हिजाब में आ सकती हैं. लेकिन इसके बाद उन्हें हिजाब उतारकर स्कूल ड्रेस में ही क्लास में जाना होगा. ये समझौता थाने में स्कूल संचालक और मुस्लिम समाज के लोगों के बीच कराया गया.
स्कूल प्रबंधन को साजिश का अंदेशा
स्कूल प्रबंधन ने हिजाब विवाद के मामले में सोची समझी रणनीति की आशंका जाहिर की है. स्कूल प्रबंधन के मुताबिक पहले लड़कियां हिजाब पहनकर नहीं आती थीं, लेकिन अचानक ही 15 लड़कियों ने हिजाब पहनकर स्कूल आना शुरू कर दिया. मना करने पर पीछे-पीछे उनके अभिभावक भी स्कूल पहुंच गए. हिजाब पहनकर लड़कियों के स्कूल आने का वीडियो मोबाइल पर रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था. जिस पर पुलिस कार्रवाई कर चुकी है. बता दें कि जयपुर में शुक्रवार को बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं इकट्ठा हुईं थी और उन्होंने हिजाब के समर्थन में रैली निकाली थी.
क्या है हिजाब विवाद ?
कर्नाटक में हिजाब पर विवाद 1 जनवरी 2022 को शुरू हुआ था. राज्य के उडुपी जिले के महिला प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज से यह विवाद शुरू हुआ. यहां मुस्लिम स्कूली छात्राओं को हिजाब पहनकर आने से मना किया गया. मुस्लिम छात्राओं ने इसका विरोध किया. ये बात धीरे-धीरे फैलने लगी और विरोध के तौर पर राज्य के दूसरे कॉलेजों में भी मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनकर आने लगीं. हिंदू छात्रों ने इसके विरोध में भगवा शॉल पहनकर क्लास में आना शुरू कर दिया. इस मामले पर कर्नाटक हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही है. कोर्ट ने सुनवाई तक विद्यार्थियों को कोई भी धार्मिक पहनावा कॉलेज न पहनकर आने का आदेश दिया है.