
हिंगोनिया गौशाला में गायों के मरने के मामले में राजस्थान हाईकोर्ट में बुधवार को लगातार आठ घंटे तक सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई में गायों के मरने को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए टिप्पणी करते हुए कहा कि ये जगह गौशाला की जगह वध शाला बनती जा रही है. इस बीच राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरुवार को गौशाला का दौरा करेंगी.
मांगी भ्रष्ट अधिकारियों की जांच रिपोर्ट
हाईकोर्ट ने ये भी कहा कि धर्म से कानून निकला है न कि कानून से धर्म निकला है. गोपाष्टमी भारत में ही मनाई जाती है, इसलिए गायों की सेवा करनी चाहिए. कोर्ट ने इस बीच एंटी करप्शन ब्यूरो के एडीजी को कोर्ट में बुलाकर कहा कि यहां सारे अधिकारी भ्रष्ट लगे हैं. इनकी जांच कर रिपोर्ट दीजिए. मामले की अगली सुनवाई 17 अगस्त को होगी.
एसओजी ने सौंपी जांच रिपोर्ट
राजस्थान हाईकोर्ट में बुधवार को इस मामले में अरबन डेवपलपमेंट, एनिमल हसबेंडरी और लोकल बडीज के प्रिंसिपल सेक्रेटरी, गौशाला कमिश्नर, जयपुर पुलिस कमिश्नर, जयपुर कलेक्टर, एसओजी के आईजी और एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारी समेत एक दर्जन से ज्यादा अफसरों की पेशी हुई. हाईकोर्ट में एसओजी ने अपनी अंतरिम जांच रिपोर्ट सौंपी जिसमें लापरवाही की वजह से दलदल में फंसकर भूखी प्यासी गायों के मरने की वजह बताई गई है.
कोर्ट ने पूछा अब तक क्या हुई कार्रवाई
साथ ही राजस्थान सरकार की तरफ से महाधिवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार मानती है कि उससे लापरवाही हुई है. कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों की पालना नहीं हो रही. हाईकोर्ट जिस मामले में संज्ञान लेता है, उस मामले में सरकारी अधिकारी अनदेखी करते हैं. हाईकोर्ट ने मौजूद अधिकारियों से पूछा की आदेशों की पलना क्यों नहीं हो रही है. अदालती आदेशों की अनदेखी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ क्या की कार्रवाई की जाए. पॉलिथिन की थैलियों को लेकर अदालत ने सवाल किया कि थैलियों को रोकने के लिए अभी तक क्या किया.
'कानून से धर्म नहीं, धर्म से कानून निकला है'
मामले की सुनवाई में गायों के मरने के मामले को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि ये जगह गौशाला की जगह वध शाला बनती जा रही है. हाईकोर्ट ने ये भी कहा कि धर्म से कानून निकला है न की कानून से धर्म निकला है और गोपाष्टमी भारत में ही मनाई जाती है.
कोर्ट की अधिकारियों को फटकार
शिकायकर्ता पुनमचंद भंडारी ने कहा कि कोर्ट ने इन अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है. यहां तक कि कमिश्नर जयपुर को बुलाकर पूछा कि शहर में पॉलिथिन पाबंदी के बावजूद कैसे आ जाता है जो गाएं खाती हैं. पूनमचंद भंडारी ने हिंगोनिया गौशाला में गायों के मरने के खिलाफ याचिका लगाई थी.
कई याचिकाओं पर चल रही है सुनवाई
हाईकोर्ट के खुद आगे बढ़कर मामले में जांच रिपोर्ट मांगने के बाद से हाईकोर्ट में तीन याचिकआएं दर्ज हो चुकी हैं जिन सभी पर सुनवाई चल रही है. गायों के मौत के मामले में कनौता थाने में भी दो मुकदमे राजस्थान सरकार के खिलाफ दर्ज हुए हैं और उन्हें लेकर भी सुनवाई हो रही है. सरकार की तरफ से महाधिवक्ता जीएस गिल ने कहा कि हमने कोर्ट से माना कि ये सब हड़ताल की वजह और पानी की वजह से हुआ है. आगे गाएं नहीं मरें इसका इंतजाम करेंगे. हालांकि अधिकारियों ने बात करने से मना कर दिया.
कोर्ट ने सरकार से ली अंडरटेकिंग
कोर्ट ने आठ घंटे की लगातार सुनवाई में एंटी करप्शन ब्यूरो के एडीजी आलोक त्रिपाठी को तलब किया और कोर्ट में बुलाकर कहा कि यहां सारे अधिकारी भ्रष्ट लगे हैं. इनकी जांच कर रिपोर्ट दीजिए और इन्हें हटाइए. मामले की अगली सुनवाई 17 अगस्त को होगी. साथ ही कोर्ट ने राजस्थान सरकार से अंडरटेकिंग लेते हुए गौशाला की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए है. पैसे की कमी कभी न हो, इसलिए एक अधिकारी को वहां तैनात कर उसके पास 10 लाख का इमरजेंसी फंड बनाने के लिए भी कहा है.
वसुंधरा जाएंगी गौशाला
गुरुवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का हिंगोनिया गौशाला जाने का कार्यक्रम है. इसके लिए अधिकारी-कर्मचारी जी जान से लगे हैं. मुख्यमंत्री ने अल्टीमेटम दे रखा है कि अगर कोई कमी दिख गई तो किसी की खैर नहीं है. गौशाला जाने वाली सड़कों पर पैचअप वर्क हो रहे हैं, फौगिंग हो रही है और साफ-सफाई चल रही है. रास्ते में पड़ने वाले बिजली के खंभो पर लाइटें लगाई जा रही हैं. साथ ही बाजार से बड़े-बड़े जेनसेट भी मंगाकर लगाए गए हैं.