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चुनाव करीब देख गुरु पूर्णिमा पर वसुंधरा सरकार साधु-संतों का करेगी सम्मान

वसुंधरा सरकार के साधु संतों का सम्मान करने की पहल को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाया है. कांग्रेस ने कहा है कि चुनावी साल में सरकार को इनकी याद क्यों आ रही है?

साधु संतों के साथ वसुंधरा राजे (फाइल फोटो) साधु संतों के साथ वसुंधरा राजे (फाइल फोटो)
शरत कुमार/वरुण शैलेश
  • जयपुर,
  • 27 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 10:45 AM IST

राजस्थान में चार महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में वसुंधरा राजे सरकार को साधु संत की याद आ रही है. शुक्रवार को गुरु पूर्णिमा के दिन राजस्थान सरकार राज्य भर के करीब 60 साधुओं का सम्मान करेगी. अलग-अलग जिलों में राज्य का देवस्थान विभाग गुरु का पूजन कर उन्हें 1100 रुपये भेंट भी करेगा.

इस तरह के आयोजनों के लिए राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग ने राज्य भर के मंदिरों को बजट आवंटित किया है, ताकि गुरु पूर्णिमा मनाई जा सके. सभी जिलों में देवस्थान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जिले के बड़े साधु महात्माओं की सूची बनाकर उनकी आज पूजा की जाए.

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गुरु की पूजा के अलावा मंदिरों में आराधना करने की तैयारी है. साधु महात्माओं के पूजा के साथ राज्य में खुशहाली, शांति और उन्नति के लिए पूजन हवन भी होगा. राज्य के देवस्थान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इसके लिए सरकार की तरफ से निर्देश मिले हुए हैं.

वहीं साधु संत समाज ने राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. जबकि कांग्रेस का कहना है कि साधु संतों का सम्मान करना अच्छी बात है, लेकिन सवाल है कि चुनावी साल में सरकार को इनकी याद क्यों आ रही है? यह ध्यान देने वाली बात है कि ऐसे मंदिरों के साधु संतों की सूची बनाई गई है जिनका जनता के बीच अच्छा खासा प्रभाव है.

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