
राजस्थान में गहलोत सरकार ने कांग्रेस के नेताओं को राजनीतिक नियुक्तियां देने का सिलसिला शुरू कर दिया है. मगर विपक्ष में रहते हुए BJP के इस क़दम का कांग्रेस ने विरोध किया था. अब उसी रास्ते पर प्रदेश कांग्रेस सरकार भी चल पड़ी है.
कांग्रेस के जिलाध्यक्षों को राज्य सरकार के 20 सूत्रीय कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाया गया है. दरअसल पिछली वसुंधरा सरकार में 20 सूत्रीय कार्यक्रम के अध्यक्ष रहे स्व. दिगंबर सिंह ने BJP के जिलाध्यक्षों को 20 सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष बनाने का सिलसिला शुरू किया था, तब कांग्रेस ने इसका भारी विरोध किया था, मगर सत्ता में आने के बाद गहलोत सरकार भी इसी रास्ते पर चल रही है.
हालांकि राज्य सरकार ने 20 सूत्रीय कार्यक्रम के अध्यक्ष की घोषणा नहीं की है, मगर वो अलवर ज़िले में योगेश मिश्रा, बारा ज़िले में राम जी लाल मीणा, बाड़मेर में फतेह खान, दौसा में रामजीलाल, जैसलमेर में उमेश सिंह तंवर, झालावाड़ में विरेंद्र सिंह, जोधपुर में सलीम ख़ान, नागौर में ज़ाकिर गैसावत, राजसमंद में हरिसिंह राठौड़ और सीकर में सुनीता गीठाला को 20 सूत्रीय कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाया है.
वसुंधरा सरकार ने भी दिया था आदेश
पिछली बार वसुंधरा सरकार ने आदेश दिया था कि 20 सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष BJP के सभी 33 ज़िलों के जिला अध्यक्ष होंगे, जिसे लेकर कांग्रेस ने भारी विरोध किया था और कहा था कि सरकार का ही राजनीतिकरण किया जा रहा है. माना जा रहा है कि आज और कल में बड़ी संख्या में कांग्रेस के विधायकों नेताओं और कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियां दी जाएंगी.