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तंजानिया में भारतीय की हत्या, लूट के वक्त बाइक सवारों ने मारी गोली

तंजानिया के दर्रे सेलम शहर में मनीष किसी काम के लिए जा रहे थे. घर से निकलते समय हाथ में बैग था, गाड़ी में बैग रखते ही दो बाइक सवार युवकों ने उनसे बैग छीनने की कोशिश की. लेकिन मनीष ने बैग छीनने नहीं दिया तो उसने रिवाल्वर निकाल कर मनीष को गोली मार दी. गोली लगने से मौके पर ही मनीष की मौत हो गई.

दर्रे सलेम में नौकरी करते थे मनीष माथुर दर्रे सलेम में नौकरी करते थे मनीष माथुर
शरत कुमार
  • जोधपुर,
  • 27 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 2:47 PM IST

तंजानिया के दर्रे सलम शहर में बीती रात को भारतीय मूल के मनीष माथुर के साथ लूट की घटना ह्ई. इस दौरान लुटेरों ने मनीष को गोली मार दी जिससे मनीष की मौके पर ही मौत हो गई. राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले मनीष, दर्रे सलम शहर में एक कंपनी में मेडिकल रिप्रजेंटेटिव के पद पर थे. वह पिछले 4 साल से यहीं पर काम कर रहे थे. मनीष अपनी पत्नी और बच्चे साथ रहते थे.

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इस घटना की सूचना मिलते ही जोधपुर में रह रहे माता-पिता और दो बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घर पर शोक और मातम का माहौल बना हुआ है. इस पूरी घटना की जानकारी मनीष के साथी ने दी थी, साथ ही सोशल मीडिया पर भी मनीष की मौत की खबर तेजी से फैल गई.

तंजानिया के दर्रे सेलम शहर में मनीष किसी काम के लिए जा रहे थे. घर से निकलते समय हाथ में बैग था, गाड़ी में बैग रखते ही दो बाइक सवार युवकों ने उनसे बैग छीनने की कोशिश की. लेकिन मनीष ने बैग छीनने नहीं दिया तो उसने रिवाल्वर निकाल कर मनीष को गोली मार दी. गोली लगने से मौके पर ही मनीष की मौत हो गई.

मनीष के पिता चंद्रप्रकाश माथुर ने कहा कि हम मोदी सरकार और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द मनीष के शव को भारत लाया जाए. पिता ने बताया कि मनीष की पत्नी और बच्चे को भी वहां जान का खतरा हो सकता है, सरकार से अपील है कि वह उनको भी सुरक्षा देकर जल्द उनकी स्वदेश वापसी कराए.

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