
राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सवर्ण आरक्षण के मुद्दे का सामना करना पड़ सकता है. फिल्म पद्मावती विवाद शांत होने के बाद राजपूत करणी सेना ने अजमेर में बड़ी रैली कर आरक्षण की मांग की है.
राजस्थान में अगले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में राजपूत एक बार फिर करणी सेना के बैनर तले आरक्षण की मांग को लेकर रैलियां करने लगे हैं. अजमेर में अगले महीने लोकसभा के उप-चुनाव होने हैं. राजपूतों ने करणी सेना के बैनर तले अजमेर में रैली कर सरकार को चेतावनी दी है कि करणी सेना की मांगों पर विचार करें नहीं तो उप-चुनाव में राजपूत बीजेपी को वोट नहीं देंगे.
करणी सेना ने सरकार के सामने मांग रखी है कि गरीब अगड़ों के आरक्षण के लिए प्रावधान किया जाए. साथ ही उन्होंने मांग रखी है कि सरकार फिल्म पद्मावती को हमेशा के लिए बंद करने का आदेश जारी करे. इसके अलावा आनंदपाल और चतुर सिंह जैसे एनकाउंटरों की जांच सीबीआई से करवाने के सरकार अपने वादे को पूरा करे.
उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अगर यह मांगे नहीं मानी गईं तो आने वाले उप-चुनाव और विधानसभा चुनाव में करणी सेना बीजेपी का विरोध करेगी. खास बात यह है कि इस रैली में बड़ी संख्या में जेल में बंद हरियाणा के गुरु रामपाल के समर्थक भी पहुंचे, जिन्होंने करणी सेना को समर्थन देने का ऐलान किया.