
राजस्थान के कोटा स्थित जेके लोन अस्पताल में 100 से ज्यादा बच्चों की एक महीने के भीतर मौत हो गई है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला अस्पताल प्रशासन की मदद करने के लिए आगे आए हैं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने जेके लोन अस्पताल में लगे खराब उपकरणों को बदलवाने का फैसला किया है.
लोकसभा अध्यक्ष अस्पताल के सभी खराब उकरणों को बदलने के लिए निर्देश दिया है. ओम बिड़ला ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड से संपर्क किया है, साथ ही कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी के तहत खराब पड़े सभी उपकरणों को बदलने को कहा है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने अस्पताल से खराब उपकरणों की सूची मांगी है, जिसके खरीदकर बदला जाएगा. ओम बिड़ला का संसदीय क्षेत्र भी कोटा ही है.
दरअसल बच्चों की मौत के बाद जहां राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर चौतरफा दबाव पड़ रहा है, वहीं केंद्र सरकार भी अब एक्शन मोड में आ गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेषज्ञों की एक टीम गठित की है, जो शुक्रवार को कोटा पहुंचेगी और जेके लोन अस्पताल के डॉक्टरों की मदद करेगी.
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपील की थी कि संवेदनशीलता के साथ चिकित्सीय सुविधाओं पर राज्य सरकार ध्यान दे. उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया था कि बच्चों की मौत रोकने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करे.
स्वास्थ्य मंत्री ने घटना पर लिया संज्ञान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट कर बताया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा भेजी जा रही उच्च स्तरीय टीम में एम्स जोधपुर, स्वास्थ्य वित्त और क्षेत्रीय निदेशक, स्वास्थ्य सेवा जयपुर के विशेषज्ञ शामिल हैं. यह टीम शुक्रवार को कोटा पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि मैंने राजस्थान सीएम से बात की,उन्हें कोटा में होने वाली बच्चों की मौतों को रोकने के लिए हर संभव समर्थन देने का आश्वासन दिया. मंत्रालय द्वारा शीर्ष शिशु रोग विशेषज्ञों की टीम विश्लेषण और त्वरित उपायों के लिए कोटा भेजी जा रही है.
'स्वास्थ्य मंत्री खुद करें दौरा'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन के बयान के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा को लेकर जानबूझकर, अनजाने में कुछ लोग गलत शरारत कर रहे हैं . जिस प्रकार मीडिया में चलाया गया वह ठीक नहीं है. आज मैंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रीजी से बात की है. उनको मैंने कहा है आप खुद एक बार पधारो,आप खुद मंत्री हैं,आप आते ही समझ जाएंगे स्थिति क्या है.
वित्तीय सहायता भेज सकता है केंद्र
केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बताया कि जेके लोन हॉस्पिटल को वित्तवर्ष 2019-20 में अग्रिम राशि के तौर पर पर 91 लाख रुपये पहले ही दिए जा चुके हैं. यह राशि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत दी गई है. वहीं कोटा जिले की बात करें तो वित्तवर्ष 2019 -20 के लिए इस जिले को 27 करोड़ 45 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राजस्थान के मुख्यमंत्री से और अधिक वित्तीय सहायता दिए जाने की पेशकश की है. डॉ. हर्ष वर्धन ने राजस्थान सरकार से कहा कि जरूरत होने पर राजस्थान सरकार वित्तीय सहायता के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेज सकती है.
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की 4 महिला सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कोटा स्थित जेके लोन अस्पताल का निरीक्षण किया. यहां दिसंबर माह में लगभग 100 बच्चों की मौत पर कई सामाजिक संगठन भी अपनी चिंता सरकार के सामने जाहिर कर चुके हैं.
बदहाली से जूझ रहा अस्पताल
अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं की भारी कमी है. इस अस्पताल में कोटा एवं आसपास के कई जिलों, जैसे कि झालावाड़, बारा, बूंदी और अन्य प्रदेशों से मरीज और उनके परिजन आते हैं. अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं, डॉक्टरों नर्सों और सुविधाओं की भारी कमी है.
पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों और नर्सों का ना होना, चिकित्सा उपकरणों की कमी , इंफ्रास्ट्रक्चर की बदहाली एवं अन्य दिक्कतों से जेके लोन सरकारी अस्पताल जूझ रहा है. आईसीयू में एक-एक बिस्तर पर दो या 3 बच्चों का होना भी संक्रमण के फैलने के पीछे का एक कारण हो सकता है.