
जोधपुर के एक युवा कारपेंटर की कहानी उन लोगों के मुंह बंद कर देगी, जो संसाधनों का रोना रोकर मंजिल नहीं मिलने की बात कहते हैं. अपनी स्कूली पढ़ाई को बीच में छोड़ चुके जोधपुर के राजू जांगिड़ ने विकीपीडिया पेज के लिए 1,800 आर्टिकल लिखे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने अपने मोबाइल के हिंदी वर्णमाला वाले कीपैड से विकीपीडिया पर 57,000 पेजों की एडिटिंग भी की. उनके जुनून को देखते हुए, 2016 में विकीपीडिया ने उन्हें एक लैपटॉप और फ्री इंटरनेट कनेक्शन दिया.
इस युवा कारपेंटर ने फोन से 750 पेज हिंदी में टाइप किए हैं, जबकि 1130 पेज लैपटॉप से टाइप किए हैं. फोन कीपैड से आमतौर पर एक मैसेज टाइप करने में दो से चार मिनट का समय लग जाता है. लेकिन जोधपुर जिले की बालेसर तहसील के ठाडिया गांव के राजू जांगिड़ ने इसी फोन से 750 पेज हिंदी में टाइप किए हैं.
बातचीत के दौरान राजू जांगिड़ ने बताया कि उन्होंने 2015 में कीपैड वाले मोबाइल से विकिपीडिया पर संपादन करना शुरू किया था. हालांकि उस दौरान ये काम करना मुश्किल था. क्योंकि एक तो मोबाइल बटन वाला था और ऊपर से अपने फर्नीचर वाले काम में रोज 11-12 घंटे देने पड़ते थे. लेकिन बीच-बीच में थोड़ा समय मिलने पर विकिपीडिया पर कुछ न कुछ एडिट कर लिया करते थे.
राजू ने अब तक हिंदी विकिपीडिया पर 1880 से ज्यादा नए पेज बनाए हैं और 57 हजार से ज्यादा संपादन किए हैं. राजू जांगिड ने बताया कि हिंदी विकिपीडिया पर योगदान देने का मकसद हिंदी भाषा को बढ़ावा देना है. उनके अनुसार बाकी अन्य बड़ी भाषाओं की तुलना में हिंदी विकिपीडिया पर उतने लेख नहीं है, जितने होने चाहिए. इस कारण उन्हें जब-जब समय मिलता है, तब-तब वो कार्य करते रहते हैं. क्योंकि हिंदी भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है.
विकिपीडिया पर अभी सबसे ज्यादा पेज अंग्रेजी भाषा में है. पूरे विश्व में 341 मिलियन लोग हिंदी भाषी हैं लेकिन हिंदी विकिपीडिया पर महज 1.4 लाख लेख ही हिंदी में हैं. इसी वजह से राजू जांगिड़ ने हिंदी विकीपीडिया पर संपादन का काम शुरू किया.
राजू जांगिड़ के विकिपीडिया एडिटर बनने की कहानी लोगों को प्रेरित करने वाली कहानियों में से एक है. जब राजू ने विकिपीडिया पर एडिटिंग करनी शुरू की थी उस समय उनके पास न तो स्मार्टफोन था और न ही लैपटॉप. वो तब कारपेंटर का काम करते थे. विकिपीडिया पर योगदान देने के लिए उन्होंने कीपैड वाले मोबाइल से लेख लिखने शुरू किए.
जांगिड़ ने खराब आर्थिक हालात की वजह से 10वीं के बाद ही स्कूल छोड़ दी थी और उसके बाद दूरस्थ शिक्षा से बीए पास की. बता दें कि विकिपीडिया दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन ज्ञानकोश है, जहां 300 से ज्यादा भाषाओं में पेज मिलते हैं. उन्हें करोड़ों लोग पढ़ते हैं.
जांगिड़ ने बताया कि उन्होंने बालेसर तहसील के लगभग सभी गांवों के विकिपीडिया पेज बनाए हैं और अभी अगला लक्ष्य बचे हुए गांवों को विकिपीडिया पर लाने का है. जिससे लोगों को गांवों की जानकारी एक ही जगह मिल पाए. राजू जांगिड़ बताते हैं कि बचपन में उनका सपना क्रिकेटर बनने का था. वे बचपन से ही महेंद्र सिंह धोनी की कॉपी किया करते थे. लेकिन घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं होने की वजह से यह एक सपना ही रह गया.
जांगिड़ ने 10वीं के बाद स्कूल छोड़कर कारपेंटर का काम शुरू कर दिया. 2016 में राजू के काम को देखते हुए विकिपीडिया ने उन्हें लैपटॉप और इंटरनेट की सुविधा दी, ताकि वे और अच्छा काम कर सकें.