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राजस्थानः डूंगरपुर में प्रदर्शन के दौरान हिंसा, फायरिंग में एक की मौत, 5 से अधिक घायल

बताया जा रहा है कि आदिवासी आंदोलनकारियों ने 20 किलोमीटर से ज्यादा बड़ा इलाका अपने कब्जे में ले लिया है, जहां पर वो लूटपाट, आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे हैं. पिछले 60 घंटे से उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे बंद है.

प्रशासन का दावा है कि भीड़ में कुछ बाहरी लोग घुस आए हैं प्रशासन का दावा है कि भीड़ में कुछ बाहरी लोग घुस आए हैं
शरत कुमार
  • जयपुर ,
  • 27 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 10:31 AM IST
  • 60 घंटे से उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे बंद है
  • 17 साल के तरुण अहारी की हो गई मौत

राजस्थान के डूंगरपुर (आदिवासी इलाके) में तीसरे दिन भी हिंसा जारी रही. रात को आंदोलनकारियों ने पूरे खेरवाड़ा इलाके को घेर लिया और कई होटल और मकानों में आग लगा दी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें 17 साल के तरुण अहारी नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि करीब 5 लोग घायल हो गए हैं. 

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बताया जा रहा है कि आदिवासी आंदोलनकारियों ने 20 किलोमीटर से ज्यादा बड़ा इलाका अपने कब्जे में ले लिया है, जहां पर वो लूटपाट, आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे हैं. पिछले 60 घंटे से उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे बंद है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र से रायपुर एक्शन फोर्स मांगी है. 

देर रात जयपुर से विशेष विमान से सीनियर पुलिस के अधिकारी डीजे कानून व्यवस्था आईपीएस लाठर, जयपुर पुलिस कमिश्नर अनंत श्रीवास्तव और एंटी करप्शन ब्यूरो में एडीजी दिनेश एमएन को उदयपुर भेजा गया है. 

पंचायत चुनाव रद्द किए गए 

डूंगरपुर बांसवाड़ा प्रतापगढ़ और उदयपुर में धारा 144 लगाते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और पूरे उदयपुर संभाग में रविवार को होने वाले पंचायत चुनाव भी रद्द कर दिए गए हैं. प्रशासन का दावा है कि भीड़ में कुछ बाहरी लोग घुस आए हैं, जो बातचीत नहीं होने दे रहे हैं और बातचीत को हिंसा का रूप दे रहे हैं. स्थानीय लोगों से बातचीत में पता चला है कि कुछ लोग झारखंड और छत्तीसगढ़ से आए हैं क्योंकि उनकी भाषा यहां की स्थानीय भाषा नहीं है. 

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क्या है पूरा मामला 

12 अप्रैल 2018 को थर्ड ग्रेड टीचर भारतीय में आदिवासी क्षेत्र के लिए 5431 पद पर भर्ती निकली थी. आदिवासी इलाकों को टीएसपी एरिया कहा जाता है, जिसमें एसटी को 45 प्रतिशत ,एससी को 5% और सामान्य वर्ग को 50% आरक्षण है. इस भर्ती में सामान्य वर्ग के लिए 2721 पद थे.

नियम के अनुसार, एससी और एसटी के छात्र 36 पर्सेंट नंबर लाकर पास कर सकते हैं, मगर सामान्य वर्ग के छात्रों को 60%  नंबर लाना जरूरी है. ऐसे में सामान्य वर्ग से 1554 पद पर ही छात्र 60 % नंबर लाए और 1167 पद खाली रह गया. अब आदिवासी परीक्षार्थियों का मानना है कि बाकी रह गए 1167 पदों पर भी 36% नंबर लाने वाले आदिवासियों की भर्ती दी जाए. हाई कोर्ट इसे मना कर चुका है. हाईकोर्ट ने कहा था कि सामान्य वर्ग के खाली पद भरने के लिए 60 % अंक जरूरी है.

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