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जयपुर में जीका की दहशत, पीड़ितों की संख्या पहुंची 55

राजस्थान में जीका की दहशत से लोग सहमें हुए हैं. जीका वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 55 तक पहुंच गई है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
अजीत तिवारी/शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 14 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 1:01 PM IST

भारत सरकार और राजस्थान सरकार के तमाम कोशिशों के बावजूद जयपुर में जीका वायरस फैलता ही जा रहा है. जयपुर में जीका वायरस से पीड़ितों की संख्या बढ़कर 55 पहुंच गई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि सरकार ने दावा किया है कि इनमें से 38 मरीज खतरे से बाहर हैं.

भारत सरकार की टीम राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर लगातार पूरे शहर में दौरा कर रही है. सरकार विशेष तौर से गर्भवती महिलाओं पर विशेष नजर रख रही है. साथ हीं राज्य के बाहर से आने वाली गर्भवती महिलाओं को सलाह दिया गया है कि वह जयपुर नहीं आए. गौरतलब है कि गर्भवती महिलाओं पर जीका वायरस ज्यादा जानलेवा साबित होता है.

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आज से एक सप्ताह पहले जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में एक साथ 29 जीका के मरीज सामने आए थे, तब हड़कंप मच गया था. लेकिन उसके 3 दिन बाद ही सिंधी कैंप इलाके के राजपूत छात्रावास में 4 नए केस मिले. इसके बाद रात को छात्रावास को खाली करा लिया गया है. जीका के प्रभावित मरीजों को अंदर ही रखा गया है और बाहर पहरा बैठा दिया गया है ताकि प्रभावित लोग बाहर नहीं निकले. अब 13 नए मरीज सामने आए हैं. ये जयपुर के विद्याधर नगर, बैना ड़ रोड और न्यू सांगानेर इलाके में रहते हैं.

जीका को लेकर राजस्थान सरकार ने हाई अलर्ट जारी किया है. जिस तरह से जीका अलग-अलग इलाकों में फैल रहा है उससे पूरे शहर में दहशत का माहौल है. राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सचिव खुद मौके पर मोहल्ले-मोहल्ले घूम रही हैं और जीका वायरस प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही हैं. 101313 घरों का सर्वे किया गया है, 180 गर्भवती महिलाओं के सैंपल लिए गए हैं. अलग-अलग 276 घरों की स्क्रिनिंग की जा रही है. ढाई हजार से ज्यादा स्वास्थ विभाग, नगर निगम और दूसरे विभागों के कर्मचारी लगाए गए हैं.

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राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सर्राफ का दावा है कि शास्त्री नगर में रहने वाला कोई मरीज विदेश से जीका वायरस लेकर यहां पहुंचा है, जिसकी वजह से यह शहर में फैलता जा रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीती सुदन ने कहा है कि जीका के सभी मरीजों पर इलाज पूरी तरह असर कर रहा है. अभी तक एक भी मामले में स्थिति काबू से बाहर नहीं आई है. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र में कंट्रोल रूम बनाया गया है. साथ हीं राष्ट्रीय मलेरिया शोध संस्थान, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के विशेषज्ञ पूरी तरह से नजर रखे हुए हैं.

जीका के इस तरह से शहर में फैलने से टूरिज्म व्यवसाय से जुड़े लोग सहमे हुए हैं. राजस्थान टूरिज्म का सीजन शुरू हो रहा है और ऐसे में जीका के मरीज बढ़ते हैं तो टूरिज्म का व्यवसाय प्रभावित हो सकता है और विदेश से आने वाले टूरिस्ट राजस्थान में आने से कतरा सकते हैं.

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