
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर बीजेपी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि भाजपा अपराध बोध से ग्रसित है, इसलिए सुभाष चंद्र बोस की जयंती मना रही है, वरना भाजपा के लोग माफी मांगने वाले सावरकर को मानने वाले हैं. गहलोत ने कहा कि हमने सुना है कि सावरकर छुपकर अंग्रेजों के लिए सैनिकों की भर्ती करते थे. ऐसे लोगों का जिनका आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं है, उन्होंने कांग्रेस के नेताओं गांधी-नेहरू और सुभाष के बीच लड़ाई की बातें फैलाने का काम करते हैं.
नेताजी की मूर्ति लगाने को लेकर गहलोत ने बीजेपी पर कटाक्ष किया कि मूर्ति लगाने से कोई दिल से सुभाष चंद्र बोस को नहीं अपना सकता है. सुभाष ने ही गांधीजी को महात्मा कहा था और नेहरूजी ने उनको सम्मान देने के लिए उनके नारे जय हिन्द को अपनाया था. आज भी हर कांग्रेसी जय हिंद कहकर भाषण खत्म करता है. ये लोग (भाजपा और संघ) तो संघ भवन पर देश का तिरंगा भी लगाते थे. ये गांधीजी को पसंद नहीं करते थे अब उन्हें अपनाने लगे हैं.
अशोक गहलोत ने कहा कि देश में जाति और धर्म की राजनीति करनेवाले लोग विचारधारा की लड़ाई कांग्रेस से नहीं जीत सकते हैं. ये लोग देश को बांटने और लोगों को आपस में लड़ाने में लगे हैं. उधर, गहलोत के इस बयान पर बीजेपी प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि अशोक गहलोत के लिए सुभाष चंद्र बोस के लिए दिल में कितना सम्मान हुआ है, इसका खुलासा हो गया है. आज उनकी जयंती पर भी गहलोत ने सुभाष चंद्र बोस के लिए दो लाइनें नहीं बोल पाए. सुभाष चंद्र बोस के देश के लिए योगदान पर बोलने के बजाए आज भी राजनीति ही करते रहे.