
राजस्थान बीजेपी का दलित चेहरा और मोदी सरकार में राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एससी-एसटी एक्ट को लेकर दिए बयान के बचाव में सामने आए. उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने कुछ भी गलत नहीं कहा. लोगों ने एससी-एसटी एक्ट को पढ़ा ही नहीं है. इसलिए इस तरह की बातें कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि एससी-एसटी एक्ट में एक जगह लिखा हुआ है कि इफ कंडीशन अराइज यानी यदि जरूरत पड़े, तब बिना जांच के गिरफ्तारी हो. इस एक्ट में ऐसा कहीं नहीं है कि बिना जांच की गिरफ्तारी की जाए. मध्य प्रदेश में कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ माहौल बना रही थी. जानबूझकर दलितों को बरगला रही है. शिवराज सिंह चौहान ने सही कहा है कि बिना जांच किए एससी-एसटी एक्ट में कोई गिरफ्तारी नहीं होगी. पुलिस जांच हो जाने से सामाजिक समरसता भी बनी रहेगी.
मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा फोकस दलितों और गरीबों के हित पर है. वह अपने हर भाषण में और हर मीटिंग में कहते हैं कि हमें तय करना है कि हमारे जितनी अच्छी योजनाएं हैं. उसका लाभ दलितों को मिले. बीजेपी का पूरा फोकस दलितों के कल्याण पर है.
गौरतलब है कि राजस्थान में एससी-एसटी को मिलाकर 30 फीसदी से ज्यादा वोट हैं. जो अकेले 70 से 80 सीटों पर निर्णायक भूमिका में हैं, लेकिन बीजेपी के सामने समस्या यह है कि उसके पास अपना सवर्ण वोट है. बीजेपी को लगता है कि एससी-एसटी एक्ट के आंदोलन में कहीं उसका सवर्ण वोट न बिखर जाए. लिहाजा वह सवर्णों के साथ-साथ दलितों पर डोरे डाल रही है. गौरतलब है कि 2013 के विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में ज्यादातर दलितों ने कांग्रेस को छोड़ बीजेपी को वोट दिया था.
अर्जुन राम मेघवाल ने जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर गुरुवार को राहुल गांधी के दिए गए बयान के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि गली-गली में शोर है, देश का चौकीदार चोर है, जैसे बयान सुनकर लगता है कि कांग्रेस घबरा गई है और एक गरीब आदमी को प्रधानमंत्री के पद पर बैठा हुआ नहीं देखना चाहती.
मेघवाल ने इसे गैर संसदीय बताते हुए कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पद की बेइज्जती की है. चौकीदार को चोर कहने का मतलब प्रधानमंत्री को चोर कहा गया है. क्योंकि प्रधानमंत्री ही अपने आप को चौकीदार कहते हैं.