
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे अशोक गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह को कांग्रेस मेगा शो बनाने जा रही है. तीन राज्यों में सरकार बनाने जा रही कांग्रेस इस मौके पर खुद को विपक्ष के अगुवा के तौर पर पेश करने जा रही है, साथ ही महागठबंधन की तस्वीर खींचने की कोशिश में है. कांग्रेस समेत विपक्षी दल इस मौके पर अपनी एकजुटता दिखाकर शक्ति प्रदर्शन करना चाहते हैं. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए देश भर के नामी-गिरामी सियासी चेहरों को न्योता दिया गया है.
जयपुर के ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल में सोमवार (17 दिसंबर) सुबह 10 बजे होने वाले इस कार्यक्रम में कांग्रेस के दिग्गज तो शामिल होंगे ही, दक्षिण के भी राजनीतिक सूरमा मौजूद रहेंगे. कांग्रेस की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे. कर्नाटक में भी जब कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बनी थी तो शपथ ग्रहण के लिए बेंगलुरु में भी कांग्रेस ने ऐसा ही आयोजन किया था. तब देश भर के विपक्षी दलों के नेता वहां जुटे थे. इस बार भी पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा, केन्द्रीय मंत्री शरद यादव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.
कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को भी बुलावा भेजा है. इसके अलावा असम के बदरुद्दीन अजमल को भी बुलाया गया है. डीएमके के एमके स्टालिन और कनिमोझी को भी निमंत्रण पत्र भेजा गया है. आरजेडी नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. झारखंड के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी को भी न्योता भेजा गया है. स्वाभिमान पक्ष के राजू शेट्टी को भी कार्यक्रम में बुलाया गया है. कुल मिलाकर कांग्रेस ने 25 दलों के नेताओं को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलाया है.
बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट ने जयपुर में सार्वजनिक जगहों पर इस तरह के समारोह पर रोक लगा रखी थी, लेकिन कांग्रेस ने हाईकोर्ट से इजाजत ले ली है. कोर्ट ने कहा है कि ट्रैफिक में व्यवधान नहीं होना चाहिए. अभी तक कांग्रेस का इतिहास रहा है कि पार्टी राजभवन के अंदर शपथग्रहण समारोह करती आई है. बीजेपी विधानसभा के बाहर बड़े जलसे के साथ शपथ ग्रहण समारोह करती रही है. इस बार लगता है कि कांग्रेस बीजेपी से सीखते हुए उससे भी बड़ा भव्य आयोजन करने जा रही है.
शपथग्रहण समारोह में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जबकि सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस कार्यक्रम में किसी भी मंत्री को शपथ नहीं दिलाई जा रही है.