
राजस्थान की मुख्यमंत्री ने कहा है कि महिला होने के नाते लोगों से मिलने में कुछ मर्यादाओं का भी ध्यान रखना पड़ता है. इसकी वजह से महिलाओं को काफी कुछ सुनने को भी मिलता है. जयपुर में बुधवार को इंडिया टुडे वुमन समिट एंड अवार्ड्स के दौरान इंडिया टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने सवाल किया कि कुछ लोग शिकायत करते हैं कि मैडम से आसानी से मुलाकात नहीं हो पाती. वे आसानी से मिल नहीं पातीं.
इस पर राजे ने कहा कि पुरुषों को तो कोई दिक्कत है नहीं. वो शेव करते-करते भी लोगों से बात कर लेगा. वो आपके बाथरूम के बाहर बैठा रहेगा. हम तो इतना फ्री नहीं हो सकते हैं. हम तो जब शाम को सात बजे या आठ बजे घर लौटते हैं तो आप हमारे साथ घर के अंदर साथ-साथ तो घुसे चले नहीं आ सकते.
कुछ मर्यादाएं होती हैं, जिनका महिलाओं को ध्यान रखना होता है. कुछ मर्यादाएं हैं जिनको हम तोड़ नहीं सकते, जिनके बारे में हमको सुनना पड़ता है. राजे ने कहा कि लोग हमारे काम के बारे में कह रहे हैं कि न भूतो न भविष्यति. मतलब हम 12-15 घंटे काम कर रहे हैं. इसलिए काम तो हो रहा है. लोगों को कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि लोग मुझसे भी आसानी से मिलते हैं.
सुबह या शाम पुरुष नेता के मुकाबले महिला नेता से मिलने में लोगों को थोड़ी दिक्कत होती है? इस सवाल पर उन्होंने कहा ये बिलकुल सही है. आप पुरुष नेता की तरह किसी महिला नेता के पीछे-पीछे नहीं घूम सकते. राजे ने भैरो सिंह शेखावत का जिक्र करते हुए कहा कि वो तो कहते थे कि वो तो तहमद पर बैठे-बैठ सबसे बात कर लेते हैं, तो हमने कहा कि हम तो ऐसा कर नहीं सकते.
पार्टी के लोगों से आसानी से मिलती नहीं हैं, इस सवाल पर राजे ने कहा कि 12-15 घंटे काम तो हम कर रहे हैं. ये लोगों से मिलना नहीं तो और क्या. हम लोगों के बीच में ही रहते हैं. हमें अपने काम की मार्केटिंग का टाइम नहीं मिलता, सुबह से लेकर शाम तक काम करते हैं. जनता के सवालों को कभी इग्नोर नहीं करती हूं.
राज्य में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजस्थान गौरव यात्रा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये यात्रा उनकी सरकार का के कामकाज का ऑडिट है. वसुंधरा ने कहा कि यह उनके कार्यकाल पर उनका भरोसा है कि उन्होंने राज्य में कामकाज का ऑडिट कराने की हिम्मत की है. वहीं राज्य में कुछ लोगों की नाराजगी की खबरों को नकारते हुए उन्होंने दावा किया कि राज्य में जल्द चुनाव होने जा रहे हैं और जनता उनके कामकाज को देखते हुए ऐसी नाराजगियों को गलत साबित करने देगी.