Advertisement

राजस्थान में बर्ड फ्लू का प्रकोप, मंदा पड़ा चिकन और अंडे का धंधा

राजस्थान में बर्ड फ्लू की वजह से प्रदेश में चिकन और अंडों के दामों और बिक्री पर खास असर पड़ा है. चिकन का दाम लगभग 20 से 30 रुपये प्रति किलो गिर गया है. अंडों के दामों में करीब डेढ़ रुपये प्रति अंडे की कमी आई है.

बर्ड फ्लू की वजह से चिकन-अंडे का बिजनेस प्रभावित हुआ है (फोटो- आजतक) बर्ड फ्लू की वजह से चिकन-अंडे का बिजनेस प्रभावित हुआ है (फोटो- आजतक)
देव अंकुर
  • जयपुर ,
  • 11 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST
  • चिकन और अंडे की बिक्री कम हुई
  • कोटा, झालावाड़, सिरोही में बर्ड फ्लू का प्रकोप
  • जयपुर में भी बर्ड फ्लू के मामले की पुष्टि

बर्ड फ्लू के प्रकोप का असर राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है. इस वजह से राजस्थान के शहरों में चिकन और अंडे की बिक्री प्रभावित हुई है. राजस्थान के 16 जिलों में कौए समेत अन्य पक्षी मृत पाए गए हैं. इनमें से कम से कम 4 जिले जिनमें जयपुर, झालावाड़, कोटा और शामिल है, में एवियन इनफ्लुएंजा के मामलों की पुष्टि हुई है.

Advertisement

जयपुर के सांभर झील और भरतपुर के केवलादेव बर्ड सेंचुरी से सैंपल जांच के लिए इकट्ठे कराए गए हैं. इन जगहों पर हर वर्ष हजारों की संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं. 

बर्ड फ्लू की वजह से प्रदेश में चिकन और अंडों के दामों और बिक्री पर खास असर पड़ा है. चिकन का दाम लगभग 20 से 30 रुपये प्रति किलो गिर गया है. अंडों के दामों में करीब डेढ़ रुपये प्रति अंडे की कमी आई है.

जयपुर में चिकन और अंडों की बिक्री करने वाले नौशाद ने आजतक से कहा कि बर्ड फ्लू आने के बाद से चिकन और अंडों की बिक्री पर फर्क पड़ा है. पहले चिकन का दाम 93 रुपये प्रति किलो था और आज 73 रुपये प्रति किलो है. अगर अंडों की बात करें तो अंडों का दाम पहले 180 रुपये 30 अंडों के कैरेट के लिए था आज यह घटकर 160 रुपये हो गया है. 

Advertisement

देखें: आजतक LIVE TV

एक दूसरे विक्रेता ने कहा कि लोगों में चिकन और अंडे खाने को लेकर एक डर का भाव आ गया है जिसकी वजह से इन चीजों की मांग और दामों में गिरावट आई है.

अभी तक राजस्थान में किसी मनुष्य में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है. इधर राज्य की अशोक गहलोत सरकार अलर्ट है और कोशिश कर रही है कि बर्ड फ्लू का संक्रमण ज्यादा ना फैले.

राजस्थान का पशुपालन मंत्रालय स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और सभी पक्षी अभ्यारण्यों से रिपोर्ट ली जा रही है. 
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement