
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सीने में दर्द की शिकायत के बाद 27 अगस्त को जयपुर के सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां ईसीजी और अन्य जांच रिपोर्ट के बाद चिकित्सकों ने एंजियोप्लास्टी की थी. एंजियोप्लास्टी के बाद सीएम गहलोत अब स्वस्थ हैं. अशोक गहलोत ने अस्पताल से वीडियो संदेश जारी कर शुभकामनाओं के लिए जनता का धन्यवाद किया है.
अशोक गहलोत ने एसएमएस अस्पताल से जारी संदेश में कहा है कि आर्टरी में ब्लॉकेज हुआ था जिसमें अब स्टेंट डाल दिया गया है. कुछ समय तक अस्पताल में ही डॉक्टरों की निगरानी में रहूंगा. डॉक्टरों ने कुछ दिन पूर्ण आराम की सलाह दी है. उन्होंने ये भी कहा है कि कोरोना संक्रमित होने से पहले उन्हें कार्डियक संबंधी कोई समस्या नहीं थी. यह पोस्ट कोविड इफेक्ट है.
सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण से उबरे तीन महीने से अधिक हो गए हैं. मुझे तब कोरोना हुआ था जब दूसरी लहर पीक पर थी. ऑक्सीजन और बेड के लिए हाहाकार मचा था इसलिए दिन-रात काम करता रहा और ठीक से आराम नहीं कर पाया. इसी वजह से इतने समय से पोस्ट कोविड समस्याएं हो रही हैं. उन्होंने रक्षा बंधन के दिन भी अपने गृह नगर जोधपुर नहीं जा पाने पर दुख व्यक्त किया और कहा कि चाहकर भी प्रदेश की जनता के बीच नहीं जा पा रहा.
सीएम ने लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की और कहा कि यदि आप कोरोना से रिकवर हो गए हैं लेकिन कोई और लक्षण दिख रहा है तो अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें. डॉक्टर की सलाह का पालन करें और अपना पूरा ध्यान रखें. जरा सी लापरवाही भी गंभीर हो सकती है. उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में राजस्थान में कोविड का बेहतरीन प्रबंधन हुआ है जिसके कारण देश-विदेश में प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ा है.
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में एक्सपर्ट्स की राय के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयारी की जा रही है. मेरा संकल्प है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राजस्थान एक मॉडल स्टेट बनकर रहे. गौरतलब है कि सीने में दर्द की शिकायत के बाद सीएम गहलोत को एसएमएस अस्पताल में ले जाया गया जहां स्वास्थ्य परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने एंजियोप्लास्टी की.