
राजस्थान में कांग्रेस के अंदर जारी अंदरूनी लड़ाई लगातार नए नाटकीय मोड़ ले रही है. खुद सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट अभी ज्यादा कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन दोनों गुट के विधायकों ने एक दूसरे के खिलाफ खुलकर बोलना शुरू कर दिया है. ना भाषा की मर्यादा है और ना ही पार्टी को हो रहे नुकसान की, दोनों तरफ से लगातार आरोपों की झड़ी लग रही है और इस सियासी संकट को बढ़ाने का काम हो रहा है.
राजस्थान में नहीं थम रहा सियासी ड्रामा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वजह से कांग्रेस में शामिल हुए 13 निर्दलीय विधायकों का गुट जयपुर के अशोका होटल में सचिन पायलट के खिलाफ़ मीटिंग कर रहा है. इनमें तीन निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं जो पायलट के साथ जाने की वजह से कांग्रेस की सदस्यता से निकाल दिए गए थे. इस मीटिंग में बहुजन समाज पार्टी के विधायकों को भी शामिल होना था मगर उन्होंने ख़ुद को अलग कर लिया. गहलोत की तरफ़ से निर्दलीय विधायक पायलट के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. इससे पहले गहलोत गुट ने बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में आए विधायकों को आगे कर सचिन पायलट को गद्दार और नकली कांग्रेसी कहा था. अब निर्दलीय विधायक सचिन पायलट को बाहरी और जातिवादी बता रहे हैं.
पायलट बनाम गहलोत गुट की लड़ाई जारी
अब ये सारा विवाद तो पिछले साल से जारी है, लेकिन अब ये तूल इसलिए पकड़ रहा है क्योंकि पायलट गुट की मांगों को अभी तक नहीं माना गया है. इस बात पर भी विरोध जताया जा रहा है कि सीएम अशोक गहलोत ने अकेले अपने पास 35 मंत्रालय संभाल रखे हैं. आरोप है कि आम कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियों से दूर रखा जा रहा है. ये एक ऐसी मांग है जिसका समर्थन राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन भी कर रहे हैं. लेकिन गहलोत समर्थक विधायक लगातार इसका विरोध भी कर रहे हैं और उनकी तरफ से तीखी प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है.
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सीएम घर पर, पायलट का दौरा
पायलट के पक्ष में विधायक पद से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी तो इसे पायलट को पार्टी से बाहर निकालने की साजिश बता रहे हैं. ऐसे में ये विवाद लगातार गहराता जा रहा है. अभी तक कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ है और कांग्रेस हाईकमान ने भी कोई सक्रिय भूमिका नहीं निभाई है. अभी के लिए एक तरफ अशोक गहलोत डॉक्टरों की सलाह पर घर में बंद हैं तो वहीं सचिन राज्य में लगातार दौरा कर रहे हैं. सियासी तापमान बढ़ता जा रहा है, कब क्या हो जाए, कहना मुश्किल है.