
राजस्थान कांग्रेस में बैठकों का दौर जारी है. पंजाब के बाद अब इस राज्य में भी अंदरूनी लड़ाई को खत्म कर आगामी चुनाव की तैयारी पर जोर देने की बात कही जा रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने विधायकों संग एक अहम बैठक की है. मीटिंग में मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा हुई है.
राजस्थान कांग्रेस में युवाओं को मौका?
बताया गया है कि कई विधायकों ने माकन को साफ कह दिया है कि इस बार मंत्रिमंडल में युवा चेहरों को मौका मिलना चाहिए. वहीं इस बात पर भी जोर दिया गया है कि नॉन परफॉर्मर मंत्रियों का पत्ता कटना चाहिए और उनकी जगह किसी दूसरे नेता को जिम्मेदारी मिलनी चाहिए. अब वो ' नॉन परफॉर्मर' मंत्री कौन है, इसका खुलासा नहीं किया गया है. लेकिन सभी की तरफ से एक सुर में कहा गया कि मंत्रिमंडल विस्तार अब जल्द हो और इस बार युवाओं की भूमिका ज्यादा रहे.
माकन संग इस बैठक में पायलट के लिए तो खुलकर बैटिंग होती नहीं दिखी, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोबिन्द सिंह डोटासरा को सचिन पायलट के क़रीबी विधायकों का पूरा सहारा मिला. सभी ने उनका बचाव करते हुए कहा कि उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं.
सचिन पायलट की भूमिका पर सस्पेंस
सचिन पायलट की भूमिका को लेकर विधायकों ने कहा है कि ये फैसला कांग्रेस हाईकमान पर छोड़ा जा सकता है. वहां से जो भी फैसला लिया जाएगा, वो सभी को स्वीकार रहेगा. उस बैठक के दौरान कहा गया कि पार्टी में सभी नेताओं का अपना महत्व होता है, ऐसे में जो लोग मंत्रिमंडल में अच्छा नहीं कर पा रहे उन्हें संगठन में मौका दिया जा सकता है. यहां तक कहा गया कि जो मंत्री ठीक तरीके से काम नहीं कर पाते हैं, उनकी वजह से पार्टी की भी किरकिरी हो जाती है. विधायकों के इसी तर्क पर जब स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा से सवाल किया गया तो वे नाराज नजर आए.
रघु शर्मा ने कहा कि मेरे बारे में विधायकों की शिकायत वाली खबर झूठी है. मीडिया में रघु शर्मा को बदलने की बात जान बूझकर बदनीयती से छपवाई जा रही है. अब इस बैठक के बाद तीसरे दिन राजस्थान कांग्रेस के मुख्यालय में कांग्रेस के पदाधिकारियों से भी फीडबैक लिया जाएगा.
गहलोत ने विधायकों को डिनर पर बुलाया
वैसे जानकारी मिली है कि गुरुवार (आज) रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को अपने निवास पर डिनर पर बुलाया है. हालांकि इस रायशुमारी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट नहीं बुलाया है. कहा जा रहा है कि माकन की रिपोर्ट के बाद दोनों गहलोत और पायलट कांग्रेस हाईकमान से फिर मुलाकात कर सकते हैं.