
राजस्थान में कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चुनाव हार चुके नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को लेकर ठन गई है. जब से अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को राजस्थान क्रिकेट एकेडमी में शामिल कर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष बनाने की मुहिम शुरू हुई है तब से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीपी जोशी गुट और रामेश्वर डूडी गुट के बीच झगड़ा चल रहा है.
इस बीच शुक्रवार को रामेश्वर डूडी ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर खुलेआम लड़ाई का ऐलान कर दिया. डूडी ने अपने ही सरकार पर आरोप लगाया कि पुलिस के ताकत के बल पर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव सरकार टालना चाहती है क्योंकि उसे हारने का डर है.
दरअसल, फैसला यह होना था कि राजसमंद जिला क्रिकेट एसोसिएशन में कोषाध्यक्ष पद पर वैभव गहलोत की नियुक्ति अवैध है या अवैध है. डूडी ने आरोप लगाया कि उसे लेकर जब चुनाव पर्यवेक्षक चुनाव आयोग के पूर्व अध्यक्ष टी कृष्णमूर्ति और सह पर्यवेक्षक के.जे .राव लोगों से आपत्तियां सुन रहे थे तब बड़ी संख्या में पुलिस ने उन्हें घेर लिया और जोशी के समर्थकों ने हंगामा मचाया जिसके बाद दोनों यह कहते हुए जयपुर छोड़कर चले गए कि यहां पर चुनाव कराने का माहौल नहीं है.
डूडी ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी सरकार के साथ मिलकर राजस्थान में क्रिकेट का गला घोंटना चाहते हैं और इसीलिए इस तरह की गुंडागर्दी की जा रही है.
रामेश्वर डूडी ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वह वैभव गहलोत के खिलाफ राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेंगे. इस बार जैसे ही नागौर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से ललित मोदी को हमेशा के लिए हटाया गया, रामेश्वर डूडी वहां से चुनाव जीतकर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में आ गए हैं. बीसीसीआई ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को 27 सितंबर तक चुनाव कराने के लिए कहा है.