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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्यों में बढ़ी पाबंदी, राजस्थान में 31 दिसंबर को जश्न की छूट!

नई गाइडलाइन के मुताबिक 31 दिसंबर की रात को जश्न मनाने के लिए छूट रहेगी. अभी सामान्य दिनों में रात 11 से सुबह 5 बजे तक का कर्फ्यू है, लेकिन 31 दिसंबर की रात को 12:30 बजे तक रेस्टोरेंट्स संचालन कर पाएंगे. रात के कर्फ्यू में भी दो घंटे की ढील दे दी जाएगी.

राजस्थान में कोरोना का कहर, जश्न पर फिर भी छूट ( सांकेतिक फोटो) राजस्थान में कोरोना का कहर, जश्न पर फिर भी छूट ( सांकेतिक फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 29 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 12:37 AM IST
  • राजस्थान में कोरोना का कहर, जश्न पर फिर भी छूट
  • दूसरे राज्य सहमे, नए साल के जश्न पर कई पाबंदियां

देश में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं. कई राज्यों में अब रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं. महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, कर्नाटक, राजस्थान में कोरोना विस्फोट हो चुका है. लेकिन इस बीच राजस्थान की गहलोत सरकार ने लोगों को नए साल के जश्न की छूट दे दी है. जो नई गाइडलाइन सामने आई है उसके मुताबिक पाबंदियां तो जारी रहेंगी लेकिन नए साल के ऊपर कुछ घंटों के लिए इनसे मुक्ति मिल जाएगी.

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राजस्थान की नई गाइडलाइन पर विवाद क्यों?

नई गाइडलाइन के मुताबिक 31 दिसंबर की रात को जश्न मनाने के लिए छूट रहेगी. अभी सामान्य दिनों में रात 11 से सुबह 5 बजे तक का कर्फ्यू है, लेकिन 31 दिसंबर की रात को 12:30 बजे तक रेस्टोरेंट्स संचालन कर पाएंगे. रात के कर्फ्यू में भी दो घंटे की ढील दे दी जाएगी. लेकिन अब जब कोरोना फिर फुल स्पीड से दौड़ रहा है, जब कई राज्य फिर नए मामलों में रिकॉर्ड बना रहे हैं, जब फिर जयपुर ही राजस्थान में कोरोना का नया एपीसेंटर बन रहा है, ऐसे में ये छूट कितनी जायज है?

अभी के लिए इस छूट का कोरोना की रफ्तार पर कितना असर पड़ेगा, ये नहीं कहा जा सकता, लेकिन कई दूसरे राज्यों ने ये खतरा पहले से ही भाप लिया है. ऐसे में वहां पर नए साल के जश्न पर पाबंदी भी लागू है और मेहमानों की संख्या पर भी सीमा लगा दी गई है. 

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नए साल का जश्न कितना फीका, क्या पाबंदियां?

दिल्ली में इस समय येलो अलर्ट जारी है. ऐसे में वहां पर किसी भी तरह के जश्न पर रोक लगा दी गई है. रेस्टोरेंट में भी सिर्फ पचास प्रतिशत क्षमता ही रखी गई है. बार भी सिर्फ पचास प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होंगे.  सिनेमा हॉल बंद कर दिए गए हैं और किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन की भी मंजूरी नहीं दी गई है.

मायानगरी मुंबई भी कोरोना के कहर से जूझ रही है. ऐसे में सरकार ने वहां भी सख्ती लागू कर दी है. इस वजह से नए साल के मौक पर भी जश्न की अनुमति नहीं है. ना बाहर कोई कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है और ना ही कोई इनडोर इवेंट की अऩुमति रहेगी.

बेंगलुरु में भी नए साल का जश्न फीका रहने वाला है. कल से 2 जनवरी तक रेस्टोरेंट, बार और होटल में 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता कर दी गई है. शादियों में भी सिर्फ 300 मेहमानों को बुलाने की मंजूरी रहेगी. तमिलनाडु के चेन्नई में भी नए साल का जश्न मनता नहीं दिखेगा. वहां के सबसे चर्चित बीच मरीना और इलियट्स पर कोई भी सभा आयोजित नहीं होगी. कई क्षेत्रों में भी जश्न करने पर रोक लगा दी गई है. राज्य में रिसॉर्ट्स, फार्महाउस में भी कोई पार्टी होती नहीं दिखेगी.

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देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की बात करें तो वहां भी नाइट कर्फ्यू जारी है. इस वजह से 31 दिसंबर को भी लखनऊ और नोएडा में धारा 144 लागू रहने वाली है. इस वजह से रात 11 बजे से सुबह पांच बजे लोग अपने घर से बाहर नहीं निकल पाएंगे. अब कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां पर जश्न पर तो पूरी रोक नहीं है लेकिन टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया गया है. एमपी में अब क्लब, थिएटर में सिर्फ उन्हीं लोगों को एंट्री मिलेगी जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज मिल चुकी हैं. गुजरात में भी यही नियम लागू किया गया है.

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