
राजस्थान में कैबिनेट के गठन के बाद शनिवार को पहली बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कैबिनेट की बैठक लेंगे. खास बात है कि इस कैबिनेट बैठक में राज्य मंत्री भी शामिल होंगे. तीन दिन के दिल्ली दौरे के बाद देर रात लौटे अशोक गहलोत ने आते ही घर पर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता समेत सभी अधिकारियों को बुलाया और कर्ज माफी को लेकर तैयार मसौदे पर चर्चा की. आज कैबिनेट में किसानों के कर्ज माफी पर सरकार अपना मसौदा पेश करेगी. जिसमें बताया जाएगा कि किसानों के लिए पैसा कहां से आएगा और किस तरह से कर्ज माफी होगी.
बता दें, इस कैबिनेट बैठक के दौरान किसानों और युवाओं से जु़ड़ी कई योजनाओं की घोषणा हो सकता है, ताकि मई अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के ऊपर जीत दर्ज की जा सके. कांग्रेस ने चुनाव में किसानों की कर्ज माफी और युवाओं के 3500 बेरोजगारी भत्ते देने की बात कही थी. इसको लेकर चर्चा होगी.
इसके अलावा सभी विभागों से 100 दिन की कार्ययोजना भी मांगी गई है जो कि बताएंगे कि किस किस विभाग में क्या-क्या जरूरी काम है. शिक्षा विभाग से लंबित भर्तियों की सूची भी मांगी गई है. सरकार के लिए सबसे बड़ी परेशानी किसानों के कर्ज माफी के लिए पैसा जुटाना है. केवल सहकारी बैंकों से कर्ज माफी के लिए 12000 करोड़ चाहिए. इसके लिए राजस्थान सरकार दूसरी संस्थाओं से लोन लेने पर भी विचार कर रही है. कैबिनेट की बैठक में माना जा रहा है कि बीजेपी सरकार के आखिरी महीने में किए गए फैसले को रिव्यू किया जा सकता है.
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार का नया पर्यटन स्लोगन जाने क्या दिख जाए को बदल कर वापस से पधारो म्हारे देश किया जाएगा. इसी तरह से पाठ्यक्रमों में जिस तरह से बीजेपी सरकार ने बदलाव किए थे उसको लेकर भी चर्चा की जा सकती है.