Advertisement

राजस्थान सरकार का प्लान, शिक्षा विभाग की योजनाओं से हटेंगे संघ के नेताओं के नाम!

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान के बीजेपी सरकार के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने संघ मुख्यालय के आदेश पर शिक्षा का भगवाकरण कर दिया. एक विचारधारा के सोच वाले लोगों के नाम पर योजनाओं के नाम रख दिए. उनको पाठ्यक्रम में भी शामिल कर लिया लेकिन हमारी सरकार आने के बाद हम समीक्षा कर रहे हैं.

फाइल फोटो- अशोक गहलोत फाइल फोटो- अशोक गहलोत
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 06 जून 2019,
  • अपडेटेड 7:41 PM IST

राजस्थान में सरकारी योजनाओं से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े नेताओं के नाम हटाने के लिए कांग्रेस मन बना चुकी है. राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और डॉक्टर हेडगेवार का देश की आजादी में या फिर निर्माण में कोई योगदान नहीं है. लिहाजा इनको नहीं पढ़ाया जाएगा. साथ ही यह भी कह दिया कि सरकारी योजनाओं में इनके नाम रहने का कोई मतलब नहीं है.

Advertisement

कांग्रेस अपने योजनाओं में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का नाम इसलिए लगाती है क्योंकि देश के निर्माण में और देश के विकास में इनका योगदान है. वहीं कांग्रेस का दावा है कि संघ के नेताओं का देश के विकास में निर्माण में कोई योगदान नहीं है, यह केवल एक विचारधारा के मानने वाले लोग हैं और किसी एक विचारधारा के बारे में बच्चों को नहीं पढ़ाया जा सकता है. शिक्षा मंत्री का कहना है कि पढ़ाने के पीछे मकसद होना चाहिए.

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान के बीजेपी सरकार के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने संघ मुख्यालय के आदेश पर शिक्षा का भगवाकरण कर दिया. एक विचारधारा के सोच वाले लोगों के नाम पर योजनाओं के नाम रख दिए. उनको पाठ्यक्रम में भी शामिल कर लिया लेकिन हमारी सरकार आने के बाद हम समीक्षा कर रहे हैं.

Advertisement

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अब कोई अपने नाम के आगे चौकीदार लगा ले तो हम उसको सरकारी स्कूलों में चौकीदार नहीं पढ़ा सकते हैं. लिहाजा अगर इनके लिए सावरकर वीर थे तो हम सरकारी स्कूलों में वीर सावरकर नहीं पढ़ा सकते हैं. हमने महाराणा प्रताप के बारे में हर जगह पढ़ाया कि महान थे और हल्दीघाटी का युद्ध जीते थे. शिक्षा मंत्री ने दावा किया कि बीजेपी के लोग जानबूझकर लोगों में  फैलाते हैं कि हमने महाराणा प्रताप को अकबर से नीचा दिखाया है जबकि सच्चाई यह है कि महाराणा प्रताप के संबंध में पाठ्यक्रम हमने ही राजस्थान के सरकारी पाठ्यक्रम में जोड़ा है.

बता दें इससे पहले सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने पाठ्यक्रम में तब्दीली करते हुए वीर सावरकर के पाठ्यक्रम में जोड़ दिया है कि अंग्रेजों की यातनाओं से तंग आकर सावरकर चार बार माफी मांग कर जेल से बाहर आए थे. राजस्थान की स्कूलों में दसवीं कक्षा के भाग-3 के पाठ्यक्रम में देश के महापुरुषों की जीवनी के बारे में पढ़ाया जाता है.

पिछली बीजेपी सरकार ने महापुरुषों के चैप्टर से प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को ही गायब कर दिया था. साथ ही वीर सावरकर पर एक चैप्टर लिखा था, जिसमें उन्हें महान स्वतंत्रता स्वतंत्रता सेनानी बताया गया था. वीर सावरकर के जीवनी को महान क्रांतिकारी के रूप में लिखा गया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement