
पश्चिमी राजस्थान में लगातार तीसरे दिन भी बारिश से लोगों को राहत नही मिली है. प्रदेश के मारवाड़ में जारी भारी बारिश के दौर ने जमकर तबाही मचाई है. पाली, जालोर, सिरोही, बाड़मेर और राजसमंद के कई इलाके अब भी पानी में डूबे हुए हैं. सिरोही में माउंट आबू के रास्ते में पहाड़ टूटकर गिरने से रास्ता घंटों जाम रहा. माउंट आबू के रास्ते बंद होने से करीब दो हजार टूरिस्ट फंसे रहे. सिरोही में इस बार रिकॉर्ड बारिश हुई है. जोधपुर कांडला हाईवे रेवदार और मंडार के बीच पूरी तरह जमींदोज हो गया है.
तेज बारिश के चलते सरहदी बाड़मेर में आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. सामरिक दृष्टि से अतिमहवत्पूर्ण उतरलाई वायुसेना स्टेशन जलमग्न हो गया है. सोमवार रात आई बारिश के चलते सामरिक ठिकानों में पानी भर गया. रात से ही वायुसेना के आवासीय और तकनीकी इलाकों से पानी निकालने का काम जारी रहा. वायुसेना के तकनीकी इलाके, रडार क्षेत्र और रनवे पर पानी चढ़ आया. वहीं दूसरी तरफ उतरलाई रेलवे स्टेशन का हाल भी बेहाल है. रेलवे स्टेशन के क्वाटर्स में भी पानी भर गया है. स्थानीय बाशिंदों के मुताबिक तेज बारिश के चलते पानी बड़े वेग से आया. उतरलाई के लोग बाढ़ से भयभीत नजर आए. स्थानीय नागरिकों के मुताबिक रात में सेना के रेस्क्यू टीम ने लोगों को जलमग्न इलाके से बाहर सुरक्षित निकला.
पाली के देसूरी में नौ घंटे बाद मोहन नाम के एक युवक को रेस्क्यू किया गया. पानी की धार इतनी तेज थी कि कोई उस तक पहुंच ही नहीं पा रहा था. वो युवक सुबह-सुबह मंदिर गया था लेकिन पीछे से नाले में अचानक से तेज पानी आ गया. पाली परमेश्वर महादेव पुलिया ढहने से लोगों का संपर्क कटा हुआ है. पाली शहर के हैदर कालोनी में अब भी पानी भरा हुआ है. पाली के ढोला गांव में दो दिनों बाद पानी कम हुआ तो गांव के अधिकांश घर मलवे के रूप में नजर आए. ये गांव पिछले तीन दिनों से पूरी तरह पानी में डूबे हुए थे. कई जगह प्रशासन ने पानी में बहते हुए पशुओं को बाहर निकाला लेकिन इस बीच पशुओं के बड़ी संख्या में मरने की खबर आ रही है.
जालोर में हुई भारी बारिश ने भी इस बीच भारी तबाही मचाई है. दर्जनों गांव अब भी टापू बने हुए हैं. जालोर के सांचोर में दुनिया की सबसे बडी गौशाला को काफी नुकसान पहुंचा है. यहां की पथमेडा गौशाला में बड़ी संख्या में गायें मरी हैं. पानी भर जाने से गायों के लिए जगह नही बचा है. प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद अब तक इस गौशाला में नही पहुंच पाई है. इसी तरह से राजसमंद की उफनती गोमती नदी में भी पांच लोग फंस गए थे और उन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है.
राजस्थान में आज भी श्रीगंगानगर, जालोर और सिरोही में बारिश की वजह से 6 लोगों की मौत अलग-अलग जगहों पर डूबने से हुई है. रेलवे ने लगातार तीसरे दिन आधा दर्जन ट्रेनों को रद्द किया है. जोधपुर-वलसाड रेल लाईन अब भी क्षतिग्रस्त है. राजस्थान सरकार के मंत्री मौके पर कैम्प किए हुए हैं. लोगों को राहत कैंपों में रखा गया है. एनडीआरएफ की टीम घूम-घूम कर रेस्क्यू कर रहे हैं जबकि सेना और वायु सेना अलर्ट पर हैं. जिसकी मरम्मत की जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में मानसून दक्षिणी पूर्वी जिलों में सक्रिय होगा. जालोर, पाली और सिरोही में भी बारिश की भविष्यवाणी की गई है.