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'बिकते हैं बेरोजगार, खरीद लो सरकार', राजस्‍थान में अनोखा प्रदर्शन, अब करेंगे प्रियंका गांधी से मुलाकात

Rajasthan Jaipur Protest: 2021 फरवरी में आधी रात को अशोक गहलोत सरकार के दो मंत्री धरना स्थल पर पहुंचे थे, उन्‍होंने लिखित में बेरोजगारों की मांगों को मानने का आश्वासन दिया था. लेकिन आज दिन तक सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं.

Jaipur Protest Jaipur Protest
शरत कुमार
  • जयपुर ,
  • 17 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:53 PM IST
  • राजस्‍थान में बेरोजगार कर रहे हैं जयपुर में प्रदर्शन
  • अब करेंगे प्रियंंका गांधी से मुलाकात

Jaipur Jobless Youth Protest: ' बिकते हैं बेरोजगार, खरीद लो लो सरकार ...राजस्थान में  पिछले 35 दिनों से हाट लगा कर सैकड़ों बेरोजगार प्रदर्शन कर रहे हैं. ये वे  बेरोज़गार हैं जिनके साथ सरकार ने लिखित में नौकरी देने का समझौता किया था. मगर समझौता करने केबाद भी नौकरी नहीं मिली है. दिवाली की रात भी खुली सड़क पर गुजारी और ठंड में भी खुले आसमान तले बीत रही है.  ये सभी बेरोजगार कभी सड़क पर दंडवत कर रहे हैं तो कभी मंडी लगा रहे हैं.

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अब यह सभी 24 नवंबर को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पास यूपी कूच करने वाले हैं. जयपुर के शहीद स्मारक पर सब्जीमंडी लगाकर बैठे ये वो बेरोजगार हैं जो 123 दिनों तक बीकानेर के शिक्षा निदेशालय में धरना देने के बाद जयपुर पहुंचे हैं. पानी की बोतल बेच रहे ये एमए-पीएचडी-नेट पास हैं. 2018 लेक्चरर परीक्षा में 689 पद सरकार ने कम कर दिए जिसमें चयनित छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. 

राजस्‍थान में सरकारी नौकरियों में 1 लाख से ज्‍यादा पद खाली
राजस्थान में सरकारी नौकरियों में एक लाख से ज्‍यादा पद खाली पड़े हैं. सरकार पिछले तीन सालों से हर साल से 80 हजार  नौकरी देने का वादा करती है. उन्हें नौकरियों को बार-बार निकालती रहती है, लेकिन ज्‍वाइनिंग नहीं करवा पाती है. जो परीक्षाएं हुई है, वे भी पेपर लीक का शिकार हो गईं . रीट 2021  और सब इंस्पेक्टर की परीक्षा में पेपर आउट करने वाले आरोपी आज तक पकड़े नहीं गए हैं. 

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सुनिए बेरोजगारों की पीड़ा 

  • दौसा के नेमीचंद दाधीच का चयन रीट-2018 में हुआ था. बाड़मेर के धौरीमन्ना प्राइमरी स्कूल में पोस्टिंग भी मिल गई मगर अब तक ज्‍वाइनिंग नहीं मिली. 
  • एमए-नीट किए मनीष बीकानेर से आकर 36 दिनों से धरने पर बैठे हैं. सरकार ने कई बार इन्हें नौकरी देने की घोषणा कर दी मगर पूरी नहीं कर रही है. 
  • जूते पॉलिस कर रहे अरुण शर्मा और इनके साथ ही 2013 से ही अस्पतालों में प्रयोगशाला सहायक की नौकरी दे रहे हैं कोरोना काल में भी उन्होंने जान जोखिम में डालकर नौकरी की सरकार अब तक तीन बार लिखित में इन्हें नौकरी पर रखने का आश्वासन दे चुकी है. मगर अब तक उन्हें नौकरी नहीं मिली है. 

फरवरी 2021 में किया था वादा 
फरवरी 2021 में खबर दिखाए जाने के बाद आधी रात को सरकार के दो मंत्री धरना स्थल पर पहुंचे थे, उन्‍होंने लिखित में बेरोजगारों की मांगों को को मानने का आश्वासन दिया था. बेरोजगार महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि आज दिन तक सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए हैं. 

 

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