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लोकसभा चुनावः राजस्थान में हर वर्ग से मिला बीजेपी को भरपूर समर्थन

लोकसभा चुनाव के परिणाम बताते हैं कि बीजेपी गठबंधन को राजस्थान में 61% वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 34% और अन्य को 5% वोट मिले. राजस्थान में अगर जातिवार वोट शेयर की बात करें, तो 55% अनुसूचित जनजाति के वोटरों ने बीजेपी गठबंधन को वोट दिया, जबकि 40% प्रतिशत ने कांग्रेस को वोट दिया.

भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह कमल भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह कमल
देव अंकुर
  • नई दिल्ली,
  • 04 जून 2019,
  • अपडेटेड 2:42 PM IST

नई केंद्रीय कैबिनेट के शपथ ग्रहण के साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त हो गई. चुनाव नतीजों में कांग्रेस को पूरे देश में जबरदस्त हार का मुंह देखना पड़ा हैं. राजस्थान में हाल ही में सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी लोकसभा में पूरी तरफ साफ हो गई. कांग्रेस राजस्थान की सभी 25 सीटें हार गई.

यहां पर बीजेपी दिसंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में हार गई थी, लेकिन लोकसभा में उसने जबरदस्त वापसी करते हुए 24 सीटें जीत लीं. एक सीट हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को मिली, जिसने बीजेपी से गठबंधन किया था.

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चुनाव नतीजों के दिन 23 मई को इतिहास दोहराया गया, जब बीजेपी गठबंधन ने 2014 की तरह राजस्थान में कांग्रेस का सफाया करते हुए सभी 25 सीटें जीत लीं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य में जबरदस्त लहर रही और लोगों ने उन्हें सत्ता में बनाए रखने के लिए बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में निर्णायक वोटिंग की. लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग के बाद इंडिया टुडे और एक्सिस माई इंडिया के एक्जिट पोल सर्वे में राजस्थान के बारे में कई दिलचस्प तथ्य सामने आए.

लोकसभा चुनाव के परिणाम कहते हैं कि बीजेपी गठबंधन को राज्य में 61% वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 34% और अन्य को 5% वोट मिले.

राजस्थान में अगर जातिवार वोट शेयर की बात करें, तो 55% अनुसूचित जनजाति के वोटरों ने बीजेपी गठबंधन को वोट दिया, जबकि 40% प्रतिशत ने कांग्रेस को वोट दिया. अगर मुस्लिमों की बात करें तो सिर्फ 10% मुस्लिमों ने बीजेपी गठबंधन को वोट किया, जबकि 87% मुस्लिमों ने कांग्रेस को और 3% ने अन्य को वोट दिया.

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इसी तरह सवर्ण मतदाताओं ने खुलकर बीजेपी का समर्थन किया. सवर्ण मतदाताओं में से 78% ने बीजेपी गठबंधन को, 16% ने कांग्रेस को और 6% ने अन्य को वोट दिया.

इंडिया टुडे और एक्सिस माई इंडिया के सर्वे के मुताबिक, 75% ओबीसी और राजपूत मतदाताओं ने बीजेपी गठबंधन को वोट दिया, जबकि सिर्फ 20% ओबीसी और 19% राजपूत मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट दिया.

5,000 रुपये से कम मासिक खर्च वाले परिवारों की बात करें, तो इस वर्ग के 62% मतदाताओं ने बीजेपी और 34% मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट दिया. 31,000 और इससे अधिक मासिक खर्च वाले परिवारों की बात करें, तो इनमें से 65% वोटरों ने बीजेपी को चुना, जबकि 31% ने कांग्रेस और 4% ने अन्य को वोट दिया.

शैक्षिक आधार पर देखा जाए, तो राजस्थान में 53% अशिक्षित वर्ग के वोटरों ने बीजेपी गठबंधन को वोट दिया. प्रोफेशनल डिग्री (B.E., M.B.B.S., B. Tech., M.E., M. Tech, MBA) वाले 65% वोटरों ने बीजेपी गठबंधन को और 28% ने कांग्रेस को वोट दिया.

अगर उम्र की बात करें तो 18 से 25 साल की उम्र के 62% और 61 साल या इससे ज्यादा की उम्र के मतदाताओं ने बीजेपी गठबंधन को वोट दिया. इन दोनों आयु वर्ग के क्रमश: 32% और 35% वोटर्स ने कांग्रेस को चुना.

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पेशे के आधार पर देखा जाए तो 59% बेरोजगार, 58% गृहिणी, 64% छात्र, 57% मजदूर और 64% कृषि मजदूर वर्ग के वोटरों ने बीजेपी गठबंधन को वोट दिया. कांग्रेस को इन वर्गों से मिलने वाला समर्थन क्रमश: 36%, 37%, 30%, 39% और 31% रहा.

शहरी और ग्रामीण वोटर्स की बात करें तो 61% ग्रामीण 61% शहरी मतदाताओं ने बीजेपी गठबंधन को चुना, जबकि 34% ग्रामीण और 35% शहरी मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट देना पसंद किया.

60% पुरुष मतदाता और 62% महिला मतदाताओं ने बीजेपी को वोट दिया, जबकि 35% पुरुष और 33% महिला मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट दिया.

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