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जयपुर में जीका वायरस का प्रकोप, 50 पहुंचा मरीजों का आंकड़ा

राजस्‍थान के जयपुर में जीका वायरस से प्रभावित लोगों की संख्‍या 50 के पार पहुंच गई है. राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य महकमे के लिए जीका वायरस की रोकथाम करना बड़ी चुनौती बन गई है.

प्रतीकात्‍मक फोटो प्रतीकात्‍मक फोटो
श्याम सुंदर गोयल
  • नई दिल्‍ली,
  • 13 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 8:19 PM IST

राजस्‍थान की राजधानी जयपुर में जीका वायरस से प्रभावित लोगों की संख्‍या 50 के पार पहुंच गई है. राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य महकमे के लिए जीका वायरस की रोकथाम करना बड़ी चुनौती बन गई है. जयपुर में जीका वायरस तेजी से फैल रहा है. जिले में शनिवार को जीका वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 42 से बढ़कर 50  हो गई है.

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स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता ने शनिवार को कहा, "जीका वायरस  के 50 पॉज‍िटिव केस आने  के बाद  केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जयपुर के शास्‍त्रीनगर और उसके आसपास करीब 60 हजार घरों का सर्वे कर उन पर न‍िगाह रखी जा रही है."   

इससे पहले वीनू गुप्ता ने बताया था कि जीका वायरस के मरीजों की संख्या 42 तक पहुंच गई. इनमें से 30 लोग फिलहाल स्वास्थ हैं. जयपुर के सिंधी कैंप और शास्त्री नगर जैसे जयपुर के इलाकों में स्वास्थ्य विभाग और केंद्र से आई टीमें सघन अभियान चला रही हैं.

जयपुर के शास्त्री नगर के मुस्लिम बहुल इलाके में जीका वायरस के मामले ज्यादा सामने आए हैं. लिहाजा अब मस्जिदों में नमाज के वक्त लोगों को जागरूक करने के लिए ऐलान करके जीका वायरस से बचने के उपाए बताए जा रहे हैं. मस्जिद के इमाम भी नमाज पढ़ने आने वाले लोगों को जागरूक करने के लिए फरमान देते दिख रहे हैं.

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जयपुर में जीका वायरस के जो 32 मामले सामने आए थे , उनमें से 29 मामले शास्त्री नगर इलाके और 3 सिंधी कैंप इलाके से थे . अब स्वास्थ्य महकमे की नींद इसलिए भी उड़ी हुई है, क्योंकि जीका वायरस अब शास्त्री नगर से निकलकर दूसरे इलाकों में भी पहुंच चुका है.

आलम यह है कि जीका वायरस को फैलने से रोकने के लिए WHO की टीम के जयपुर आने की बात कही जा रही है. जिले में पिछले 19 दिनों में जीका वायरस के 32 मामले सामने आ चुके थे . जीका वायरस का पहला केस 22 सितंबर को शास्त्री नगर में सामने आया था.

राजस्थान के डरावने आंकड़े..

1. इस साल जयपुर में जीका वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए.

2. राजस्थान में स्वाइन फ्लू के मामले भी सबसे ज्यादा देखने को मिले हैं. सूबे में इस साल स्वाइन फ्लू की चपेट में 1852 लोग आए, जिसमें से 186 लोगों की मौत हो गई.

3. डेंगू के मामले में राजस्थान शीर्ष पांच में है. यहां इस साल डेंगू के 3022 मामले सामने आए, जिसमें से 4 लोगों की जान चली गई.

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