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Panchayat Election Results: पायलट के गढ़ में कांग्रेस की बड़ी जीत, BJP ने दी कड़ी टक्कर

राजस्थान में पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव के परिणाम आज जारी हो गए हैं .इन चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को BJP ने ज़बरदस्त टक्कर दी. सचिन पायलट के प्रभावी इलाज वाले इलाक़े को छोड़कर बाक़ी इलाकों में कांग्रेस संघर्ष करती दिखी.

पायलट के गढ़ में कांग्रेस की जबरदस्त जीत (पीटीआई) पायलट के गढ़ में कांग्रेस की जबरदस्त जीत (पीटीआई)
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 04 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:46 PM IST
  • पायलट के गढ़ में कांग्रेस की बड़ी जीत
  • गहलोत के इलाके में संघर्ष
  • बीजेपी ने दी कड़ी टक्कर

राजस्थान में पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव के परिणाम आज जारी हो गए हैं .इन चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को BJP ने जबरदस्त टक्कर दी. सचिन पायलट के गढ़ को छोड़कर बाकी इलाकों में कांग्रेस संघर्ष करती दिखी. जिला परिषद चुनाव में जहां BJP और कांग्रेस में काटे की टक्कर रही.वहीं पंचायत समिति चुनाव में कांग्रेस की सीटें ज्यादा रहीं.

लेकिन इस बार क्योंकि हर जगह बड़ी संख्या में निर्दलियों की जीत हुई, ऐसे में बीजेपी भी लगातार टक्कर में रही.जयपुर, जोधपुर समेत सचिन पायलट के इलाके दौसा और सवाईमाधोपुर में कांग्रेस ने जीत हासिल की.

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किसे कितनी सीटें?

पंचायत समिति के 1564 सीटों में से 670 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है जबकि 551 पर BJP विजयी रही .सबसे ज़्यादा निर्दलियों ने चौंकाया है और अपने नाम 290 सीटें कीं. हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 40 सीटें मिली हैं, बहुजन समाज पार्टी को 11 सीटें मिली हैं.

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के प्रभाव वाले दौसा और सवाईमाधोपुर ज़िले में कांग्रेस को जबरदस्त सफलता मिली है जहां पर BJP का सूपड़ा साफ हो गया है. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रभाव वाले इलाकों में 21 पंचायत समितियों में से कांग्रेस को सात पंचायत समिति में स्पष्ट बहुमत मिला है जबकि BJP को चार पंचायत समिति में स्पष्ट बहुमत मिल गया है. दस पंचायत समितियां ऐसी भी रहीं जहां पर किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला.

निर्दलीय कर गए कमाल

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जयपुर और जोधपुर के क़रीब आधा दर्जन सीटों पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हाथ में पंचायत समिति में प्रधान बनाने की चाबी है .BJP के प्रदेश अध्यक्ष  पूनिया के विधानसभा क्षेत्र आमेर में कुल 23 सीटों में से कांग्रेस और BJP दोनों को 11 सीटें मिली हैं,ऐसे में प्रधान बनाने की चाबी एकलौते निर्दलीय के हाथ में रहेगी.

भरतपुर इलाके की बात करें तो यहां पर कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी ने ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है. लेकिन फिर भी असल बाजी निर्दलीय मार गए हैं. बहुजन समाज पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह ने बड़ी जीत हासिल की है. सबसे बड़ी बात ये है कि निर्दलीय से कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और सचिन पायलट पर लगातार हमला करने वाले निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के सिरोही ज़िले और बाबूलाल नागर के दूदू ज़िलों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हो गया है.

कांग्रेस ने क्या कहा?

निर्दलीय विधायक राकेश मीणा के गंगापुर सिटी में भी कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. कांग्रेस, BJP और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने निर्दलीय पार्षदों समेत अपने पार्टियों के पार्षदों को अलग-अलग होटल और रिजॉर्ट में बंद कर दिया है. छह सितंबर को प्रधान-जिला प्रमुख का चुनाव होगा और सात सितम्बर को उपप्रधान-उप जिला प्रमुख का चुनाव होना है.कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान की जनता ने कांग्रेस के पक्ष में प्रबल बहुमत दिया है. राज्य में जो 78 प्रधान बनाए जाने हैं जिसमें से केवल BJP को 14 प्रधान बनाने के लिए पंचायत समिति में बहुमत मिला है जबकि कांग्रेस 59 पंचायत समिति में अपना प्रधान बनाएगी.

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