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राजस्थान मामला: प्रियंका गांधी और अहमद पटेल ने निकाला बीच का रास्ता!

कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने बैठक में विधायकों से कहा कि न ही उनको सचिन पायलट खेमे के होने के चलते टारगेट किया जाएगा और न ही किसी और कारण से. कांग्रेस के वॉर रूम में चली इस बैठक में विधायकों को आश्वस्त किया गया कि उनकी सम्मान से घर वापसी होगी.

प्रियंका गांधी की फाइल फोटो (PTI) प्रियंका गांधी की फाइल फोटो (PTI)
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 11 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 10:43 AM IST

  • बैठक में केसी वेणुगोपाल भी रहे मौजूद
  • बदले की कार्रवाई न करने का आश्वासन

राजस्थान में कई दिनों से जारी सियासी उथल-पुथल अब थमने की ओर है. कांग्रेस के बागी विधायकों के बीच सुलह हो गई है. अब अशोक गहलोत और सचिन पायलट का खेमा एक साथ आ गया है. सुलह में पार्टी नेता प्रियंका गांधी और अहमद पटेल ने बड़ी भूमिका निभाई. प्रियंका गांधी, अहमद पटेल और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ सचिन पायलट खेमे के विधायकों की बैठक हुई. इसके बाद सुलह की बात सामने आई.

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दिल्ली में सोमवार को हुई बैठक में कांग्रेस विधायकों को आश्वस्त किया गया कि आगे कोई बदले की राजनीति नहीं होगी. प्रियंका गांधी वाड्रा ने विधायकों को संगठित होकर और एकजुट होकर काम करने को कहा. यह भी भरोसा दिलाया कि उनको न्याय मिलेगा. बैठक में बागी विधायकों को यह आश्वासन दिया गया गहलोत सरकार बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं करेगी.

ये भी पढ़ें: LIVE: सुलह के बाद आज जयपुर लौटेंगे सचिन पायलट, गहलोत भी विधायकों से मिलेंगे

कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने बैठक में विधायकों से कहा कि न ही उनको सचिन पायलट खेमे के होने के चलते टारगेट किया जाएगा और न ही किसी और कारण से. कांग्रेस के वॉर रूम में चली इस बैठक में विधायकों को आश्वस्त किया गया कि उनकी सम्मान से घर वापसी होगी. उनकी मांगों का पूरा ध्यान रखा जाएगा और इसके लिए बनाई गई कमेटी उनकी शिकायतों की सुनवाई करेगी.

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बता दें, सोमवार को नई दिल्ली में सचिन पायलट की मुलाकात राहुल और प्रियंका गांधी से हुई थी. बैठक का नतीजा यह रहा कि नेताओं की शिकायतें सुनने के लिए एक कमेटी बनाने की बात कही गई जो शिकायतों का निपटारा करेगी. इसके बाद सचिन पायलट की नाराजगी दूर हो गई है और वे पार्टी के अंदर एकजुटता से काम करने को तैयार हैं. बाद में पायलट ने मीडिया को बताया कि वे पार्टी के अंदर आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ रहे थे क्योंकि उन पर व्यक्तिगत तौर पर हमला किया गया था.

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