
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच में लंबे समय से चली आ रही लड़ाई को खत्म कराने के लिए कांग्रेस सक्रिय हो गई है. माना जा रहा है कि पंजाब में स्थिति में सुधार लाने के बाद अब कांग्रेस आलाकमान राजस्थान के विवाद को हल करना चाहता है. ऐसे में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और संगठन महासचिव अजय माकन को जयपुर भेजा गया. दोनों की अशोक गहलोत के साथ कई दौर की बातचीत होगी.
इस बीच, राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा रविवार सुबह विधायकों की बैठक बुलाए जाने की मीडिया में खबरें आई, जिसे उन्होंने बाद में गलत बताया. सामने आई जानकारी के अनुसार, विधायकों को स्वागत करने के लिए बुलाया गया है. विधायकों को जयपुर पहुंचे केसी वेणुगोपाल और अजय माकन से मिलने के लिए फोन गया था. मगर सचिन पायलट को नहीं बुलाने पर मचे हंगामे के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने ट्वीट कर सफाई दी है कि विधायक दल की बैठक नहीं है.
डोटासरा ने ट्वीट किया, ''मीडिया में चल रही कल की विधायक दल की बैठक की खबरें निराधार हैं। केसी वेणुगोपाल जी एवं राजस्थान प्रभारी अजय माकन जी का कल प्रातः 10.30 बजे पीसीसी कार्यालय आने पर जयपुर में मौजूद मंत्री, विधायक एवं प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों द्वारा स्वागत किया जाएगा.''
दोनों ही नेताओं का कल ही वापस दिल्ली लौटने का कार्यक्रम भी है. हालांकि, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन के साथ सचिन पायलट की मुलाकात नहीं होगी. अभी तक के कार्यक्रम के अनुसार. सचिन पायलट कल दोपहर अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक के लिए निकलेंगे और रात्रि विश्राम वहीं करेंगे. ऐसे में कांग्रेस नेताओं के साथ मुलाकात की योजना नहीं है.
इससे पहले जानकारी सामने आई थी कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच के विवाद को हल करने के लिए राजस्थान में जल्द ही कैबिनेट विस्तार किया जा सकता है. सूत्रों के अनुसार, 27-28 जुलाई की तारीख तय कर ली गई है. इसके अलावा, इसी महीने जिला अध्यक्षों की नियुक्ति भी हो जाएगी. राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार के लिए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर सहमति बन गई है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी ने सहमति दी है. ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले एक-दो दिनों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली का दौरा कर सकते हैं.