
राजस्थान के मेवात इलाके में बढ़ती गाय तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए वहां के निवासी मेव समुदाय के लोगों ने तस्करों के सामाजिक बहिष्कार का फैसला लिया है.
समुदाय के नेताओं ने फैसला लिया है कि जो गाय की तस्करी में लिप्त पाया जाएगा उससे समाज के लोग किसी भी प्रकार का कोई संबंध नहीं रखेंगे. ना बेटियों का निकाह करेंगे ना ही किसी शुभअवसर पर समाज के साथ शरीक होने दिया जाएगा.
गौरतलब है कि मेवात हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है. इस इलाके में तकरीबन 40 लाख लोग रहते हैं. पिछले काफी समय से मेवात इलाके से गाय तस्करी की तमाम घटनाएं सामने आ रही थीं.
इलाके की बदनामी और तस्करी पर लगाम लगाने अलवर जिले की मेव पंचायत ने गाय तस्करों का सामाजिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. मेव पंचायत के सदस्य शेर मोहम्मद ने कहा कि, 'इलाके में बढ़ती गाय तस्करी को रोकने के लिए हमने ये फैसला लिया है.'
साल 2015 में इस इलाके से गाय तस्करी के 160 मामले सामने आए थे जिसमें 226 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. वहीं 2017 में 117 मामले दर्ज किए गए थे जिसमें 248 लोग गिरफ्तार हुए थे. 2017 में अक्टूबर तक 77 मामले दर्ज किए गए थे और अभी तक 82 लोगों गिरफ्तार किए गए हैं.