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Rajasthan Weather: पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत सहित राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. हाड़ कंपा देने वाली ये ठंड अभी जारी रहेगी. राज्य के कई शहर शीतलहर (Cold wave) की चपेट में हैं. धौलपुर जिले का भी यही हाल है. जिले में पिछले कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने 19 साल का रिकार्ड तोड़ दिया हैं. कड़ाके की ठंड के चलते अबतक एक दर्जन से अधिक गौवंशो की मौत हो चुकी हैं.
बीती रात सीजन की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई. वहीं सुबह से लोग ठंड से ठिठुरते नज़र आए. घने कोहरे एवं कड़ाके की सर्दी से आवागमन की रफ्तार भी थम गई है. बीते पांच दिनों से लगातार गिर रहे पारे ने लोगों को जबरदस्त ठंड का एहसास करा दिया है. हालत यह है कि गर्म कपड़ों में भी लोगों को सर्दी से निजात नहीं मिल पा रही है. सोमवार की रात को मौसम बेहद सर्द रहा. रात को गर्म कपड़ों में लोगों को सर्दी लगती रही. सुबह के समय भी सर्दी के तेवर नरम नहीं हुए और दिन भर मौसम कोहरे का बना रहा.
वहीं मंगलवार की सुबह भी घने कोहरे ने दस्तक दी. बाजारों और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. हाईवे और सड़क मार्गों पर आवागमन की रफ्तार भी काफी धीमी देखी गई. कोहरा और सर्दी फसल के लिए भी अब हानिकारक मानी जा रही है. सरसों और आलू फसल में नुकसान की संभावना बढ़ गई है जिससे किसानों को भारी चिंता हो रही है.
कोहरे से सरसों और आलू फसल में तना गलन, झुलसा एवं फंगीसाइड रोग दस्तक दे सकता है. सर्दी से जुकाम खांसी से बीमार लोगों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है. सर्दी से बचाव के लिए लोग गर्म और ऊनी कपड़े पहनने के साथ ही अलाव जलाकर मौसम से राहत पाते हुए देखे जा सकते हैं.
कड़ाके की सर्दी एवं गलन भरी हवा ने आमजन के साथ पशु पक्षी एवं मवेशी के लिए भी मुसीबत खड़ी कर दी है. पशुओं में खुरपका एवं खुशीटा रोग ने दस्तक दी है जिससे पशुपालकों को भारी परेशानी हो रही है. आज ठंड से एक दर्जन से अधिक गायों की मौत हो गई. उधर मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 2 से 4 दिनों में सर्दी का असर और अधिक देखा जा सकता है.
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