
राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ में रकबर खान मॉब लीचिंग मामले में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने धर्म सभा का आयोजन कर सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है. धर्म सभा में जुटे VHP के नेताओं ने रकबर खान को पीटकर मारने के आरोप में बंद तीनों आरोपियों को राष्ट्रभक्त बताया है.
VHP नेता और गोरक्षा दल के नवल किशोर शर्मा ने पुलिस पर जबरन निर्दोष लोगों को फसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर हिन्दू एकजुट नहीं हुआ, तो इसके परिणाम सभी को भुगतने पड़ेंगे. नवल किशोर शर्मा ने रकबर की हत्या मामले में बंद तीनों आरोपियों की तुलना भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु से करते हुए कहा कि उनको उस समय फांसी हुई थी, लेकिन आज हमारे भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु राजस्थान के अलवर जिले की जेल में बंद है. हम उनकी मौत का नाजारा देख रहे है.
रकबर की मौत के बाद पुलिस की चार्जशीट में गोरक्षक नवल किशोर शर्मा की भूमिका की जांच चल रही हैं. शर्मा ने कहा, 'मैं रकबर कांड के समय साथ था. मुझ पर दबाब बनाकर केस दर्ज किया जा रहा है, लेकिन मुझे डर नहीं है. राजस्थान सरकार धर्म के काम को करने वाले लोगों को संविधान की आड़ में बलि का बकरा बनाकर जेलों में बंद कर रही है.'
धर्म सभा में आए सभी वक्ताओं ने रामगढ़ में गोतस्कर रकबर की हत्या के मामले में बंद गोरक्षकों को छुड़वाने और गोविन्दगढ़ में गोकशी मामले में बाकी 65 आरोपियों की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया. कई वक्ताओं ने अलवर जिले में बढ़ते लव जिहाद के बारे में चिंता जाहिर करते हुए कहा कि लव जिहाद मीठा जहर है, जो धीरे-धीर फैल रहा है. कभी किसी मुसलमान लड़की को हिन्दू लड़के साथ भागते नहीं देखा है.
बजरंग दल के जिला संयोजक प्रेम सिंह राजावत ने मुसलमानों से खतरा बताते हुए आरोप लगाया कि अलवर जिले में मेवात से सटे गांवों में जंहा मुस्लिम बाहुल्य है, वंहा हिन्दुओं पर अत्याचार किए जाते हैं. विश्व हिन्दू परिषद के विभाग अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल ने कहा, 'हमारे लड़के धर्म की रक्षा के लिए जेल में बंद हुए हैं. गोविन्दगढ़ में 221 गायों की खाल बारामद हुई है. इसके बाद भी सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया.' उन्होंने कहा कि जहां पर गायों की खाल मिली हैं, वंहा पर हम समाधि बनाएंगे और हर वर्ष उस स्थान पर मेला लगाया जाएगा.
गौरतलब है कि गोविन्दगढ़ में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के सयुक्त तत्वाधान में हिन्दू धर्म सभा का आयोजन किया गया था. धर्म सभा में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी आई थीं. महिलाओं ने भी पुलिस और सरकार पर निर्दोष लोगों को फसानें का आरोप लगाया.