Advertisement

किसान आंदोलन: बीजेपी की सहयोगी RLP ने किया भारत बंद का समर्थन, गठबंधन पर भी खतरा

हनुमान बेनीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए कहा था. अब उन्होंने कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो RLP एनडीए में घटक दल बने रहने पर पुनर्विचार कर सकती है

RLP के संयोजक हनुमान बेनीवाल (फाइल फोटो) RLP के संयोजक हनुमान बेनीवाल (फाइल फोटो)
देव अंकुर
  • जयपुर,
  • 07 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 10:42 AM IST
  • RLP केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ है
  • गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी
  • बेनीवाल के खिलाफ बीजेपी नेताओं ने खोला मोर्चा

NDA के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने किसानों के भारत बंद आव्हान का समर्थन किया है. RLP के संयोजक और राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि RLP केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ है. उन्होंने केंद्र से तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग की है. 

बता दें कि हनुमान बेनीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए कहा था. अब उन्होंने कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो RLP एनडीए में घटक दल बने रहने पर पुनर्विचार कर सकती है.

Advertisement

वहीं, चिट्ठी के बाद राजस्थान बीजेपी के कई नेताओं ने NDA का हिस्सा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी माने जाने वाले प्रताप सिंह सिंघवी, भवानी सिंह राजावत, प्रह्लाद गुंजल ने गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखी थी. 

इन नेताओं का कहना था कि बीजेपी को हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन को जारी रखने की जरूरत नहीं है और वो आज ही गठबंधन छोड़ सकते हैं. राजस्थान के राजनीतिक जानकार कहते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से वसुंधरा राजे की रजामंदी ना होने के बावजूद गठबंधन किया था. हनुमान बेनीवाल और वसुंधरा राजे राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे हैं और बेनीवाल कई बार वसुंधरा राजे को लेकर टिप्पणी कर चुके हैं. 

Advertisement

इससे पहले 30 नवंबर को बेनीवाल ने तीनों कृषि कानूनों को काले कानून बताया था. उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी इस बात पर विचार कर रही है कि वह बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को अपना समर्थन जारी रखेगी या नहीं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement