पायलट का गहलोत पर निशाना, कहा- विपक्ष में रहते हुए जो आरोप बीजेपी पर लगाए, उसमें क्या एक्शन हुआ?

पायलट ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी ने नोटिस भेजा है. मोदी सरकार ने उनकी एसपीजी सुरक्षा तक हटा दी है, लेकिन विपक्ष में रहने के दौरान हमने बीजेपी के नेताओं पर जो आरोप लगाए, उसका क्या हुआ? 

Advertisement
सचिन पायलट-अशोक गहलोत (फाइल फोटो) सचिन पायलट-अशोक गहलोत (फाइल फोटो)
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 02 जून 2022,
  • अपडेटेड 9:22 AM IST
  • पायलट-गहलोत में फिर से अनबन
  • बीजेपी के बहाने गहलोत पर निशाना

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच फिर से अनबन शुरू हो गई है. पायलट ने बीजेपी को घेरते हुए सीएम गहलोत पर हमला बोला है. कांग्रेस कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि हमारे नेताओं को बीजेपी टारगेट कर रही है. ऐसे नहीं होता कि वो हमारे नेताओं को जलील करें, परेशान करें. 

आगे पायलट ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी ने नोटिस भेजा है. मोदी सरकार ने उनकी एसपीजी सुरक्षा तक हटा दी है, लेकिन विपक्ष में रहने के दौरान हमने बीजेपी के नेताओं पर जो आरोप लगाए, उसका क्या हुआ? 

Advertisement

विपक्ष में रहते हुए हमने बीजेपी के नेताओं पर जो आरोप लगाए उसे जनता ने स्वीकार किया और वोट दिया था. खनन घोटाले समते कई  मुद्दे उठाए उनमें क्या कार्रवाई हुई? वहीं, सचिन पायलट ने अब विपक्ष में रहते हुए लगाए गए आरोपों पर कार्रवाई नहीं होने को लेकर नाराजगी जताकर नई बहस छेड़ दी है. 

राज्यसभा चुनाव को लेकर हलचल बढ़ी 

इधर, राजस्थान के राज्यसभा चुनाव में डॉक्टर सुभाष चंद्रा के चौथे उम्मीदवार के रूप में निर्दलीय नामांकन भरने से कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है. विधायकों को भागने से बचाने के लिए कांग्रेस इन्हें उदयपुर के फाइव स्टार रिसोर्ट में लेकर जा रही है. राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों की जयपुर के होटल क्लार्क्स में  बाड़े बंदी की गई जिसका नाम पर प्रशिक्षण शिविर रखा गया. इसमें कांग्रेस और कांग्रेस को समर्थन दे रहे सभी विधायकों को बुलाया गया था मगर इसमें बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए संदीप यादव और वाजीब वली नहीं शामिल हुए. इसके अलावा निर्दलीय विधायक रमीला  खरिया भी नहीं शामिल हुई. कांग्रेस  को समर्थन दे रहे हैं भारतीय ट्राइबल पार्टी के दोनों विधायक भी इसमें शामिल नहीं हुए. 

Advertisement

इस बीच बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस में शामिल हुए अपने सभी 6 विधायकों को ऑफर दिया है कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देंगे तो सुप्रीम कोर्ट में उनकी सदस्यता खारिज करने वाली याचिका वापस ले लेगी. कहा जा रहा है कि निर्दलीय उम्मीदवार सुभाषचंद्रा के पास 6 गैर बीजेपी विधायकों का समर्थन है इसलिए कल रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीमार चल रहे और पिछली बार बगावत करने वाले विधायक भंवरलाल शर्मा के घर पहुंचे. 

कांग्रेस को अपने तीसरे उम्मीदवार के प्रमोद तिवाड़ी के लिए 14 वोट बचाने हैं. 109 कांग्रेस के अलावा 13 निर्दलीय और  2 माकपा पर भरोसा है. वहीं,  सुभाष चंद्रा को बीजेपी के 30 वोटों के अलावा आरएलपी के 3 वोटों के अलावा 8 वोट और जुटाने हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement