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सिर पर पल्लू, हाथ में लाठी लिए महिलाओं ने तोड़ डाली शराब की दुकान

विरोध कर रहीं महिलाएं सिर पर घूंघट रखे थीं लेकिन इनका गुस्सा किसी तरह की लाज नहीं मान रहा था. उनकी मांग थी कि मोहल्ले में ठेके को नहीं खुलने दिया जाएगा. दिलचस्प बात यह है कि इलाके के एक भी पुरुष ने महिलाओं का सहयोग नहीं किया.

घूंघट में थीं प्रदर्शनकारी महिलाएं घूंघट में थीं प्रदर्शनकारी महिलाएं
शरत कुमार
  • झुंझुनूं ,
  • 13 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 8:07 AM IST

देश के तमाम शहरों में शराब की दुकानों पर महिलाओं का गुस्सा फूट रहा है. इसी कड़ी में राजस्थान के झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी में महिलाओं ने शराब के ठेके पर लाठियां बरसा दी. दुकान बंद कराने के लिए किए विरोध प्रदर्शन में महिलाओं ने दुकान में जमकर तोड़फोड़ भी की.

शराब बंदी की मांग को लेकर राजस्थान के कई इलाकों में आंदोलन और धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं. कहीं लोग शराब को ठेकों को बंद कराने की मांग पर अड़े हैं तो कहीं ठेकों को किसी और इलाके में शिफ्ट करने की मांग की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हाईवे से हटाए जा रही शराब की दुकानों को अब रिहायशी इलाकों में खोला जा रहा है, जिसे लेकर लोगों में काफी आक्रोश है.

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शराब की दुकानों पर विरोध करने उतरी महिलाओं को देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि शराबखोरी से ये महिलाएं कितनी परेशान हैं. इसी वजह से उनका गुस्सा इन दुकानों पर फूट रहा है. उदयपुरवाटी के जमात मोहल्ले की महिलाएं बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर मोहल्ले में खोली जा रही शराब दुकान के विरोध में उतर आईं. महिलाओं ने यहां हाथों में लाठी-डंडे लेकर दुकान पर धावा बोल दिया.

विरोध कर रहीं महिलाएं सिर पर घूंघट रखे थीं लेकिन इनका गुस्सा किसी तरह की लाज नहीं मान रहा था. उनकी मांग थी कि मोहल्ले में ठेके को नहीं खुलने दिया जाएगा. दिलचस्प बात यह है कि इलाके के एक भी पुरुष ने महिलाओं का सहयोग नहीं किया.

मौके पर पहुंची पुलिस को देखकर महिलाओं का पारा और चढ़ गया. पुलिसकर्मियों के सामने हाथों में लाठी लिए महिलाओं का साफ कहना था कि किसी भी सूरत में यहां ठेका नहीं खुलने दिया जाएगा. पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं से लिखित में अपनी शिकायत देने को कहा.

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गुस्साई महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के बीच ठेके के पास खड़ा एक ऑटो रिक्शा भी धू-धूकर जल उठा. हालांकि महिलाओं का आरोप है कि ठेकेदार ने उन्हें फंसाने के लिए रिक्शे में आग लगाई है जबकि ठेकेदार का आरोप है कि आंदोलनकारियों ने ही रिक्शे को आग के हवाले कर दिया. बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन इतना जरूर है कि मार्च में निकली शराब की नई लॉटरी और उनके खुलने के स्थानों से राजस्थान के गली-मोहल्लों में शराब के खिलाफ आग जरूर लग गई है.

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